मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले में चमकी बुखार (Chamki Fever In Muzaffarpur) ने एक बार फिर तेजी से पैर पसारना शुरू कर दिया है. चमकी बुखार से पीड़ित तीन बच्चों को केजरीवाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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बारिश नहीं होने से मौसम में आये बदलाव और उमस भरी भीषण गर्मी से लगातार जिले में चमकी बुखार के मामले बढ़ रहे हैं. एसकेएमसीएच (SKMCH) के बाद अब बच्चों के दूसरे बड़े निजी अस्पताल में चमकी बुखार से जुड़े तीन नए मामले सामने आए हैं. जिससे चमकी बुखार का आंकड़ा बढ़कर 54 हो गया है. सभी का इलाज चमकी के एसओपी के अनुसार निजी अस्पताल में किया जा रहा है. जिला प्रशासन ने भी चमकी बुखार के तीन नए मामलों की पुष्टि कर दी है.
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बता दें कि अभी तक जिले में चमकी बुखार से जुड़े सबसे अधिक मामले जून महीने में आते रहे है. इस बार मौसम में आये बदलाव की वजह से जुलाई में चमकी बुखार से जुड़े मामलों में अप्रत्याशित तेजी दिख रही है. जहां अब एसकेएमसीएच के साथ निजी अस्पताल में भी चमकी बुखार से पीड़ित बच्चो के मामले सामने आ रहे हैं. वहीं इस साल अभी तक चमकी बुखार से 11 बच्चों की मौत भी हो चुकी है.
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बच्चों को चमकी बुखार जैसी जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए कुछ एहतियात आवश्यक है. बच्चों को जैपनीज एन्सेफेलाइटिस की वैक्सीन दी जानी चाहिए. इसके साथ ही बच्चों को मच्छरों से बचा कर रखना चाहिए. क्योंकि ऐसी बीमारियां मस्क्योटो बाइटस से ज्यादा फैलती हैं. बच्चों को उन जगहों पर नहीं जाने दिया चाहिए, जहां पक्षी और सूअर रहते हैं. इसके साथ ही बच्चों को खाना-खाने से पहले और बाद में साबून से हाथ जरूर धुलावाना चाहिए. माता-पिता को ध्यान देते रहना चाहिए कि बच्चों के शरीर में ग्लूकोज की कमी न हो.
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