ETV Bharat / state

ये हाल-ए-SKMCH है, 183 कोरोना मरीजों पर यहां हैं केवल चार डॉक्टर, डीएम के आदेश के बाद भी हालात जस के तस - muzaffarpur me corona ke mamle

SKMCH में कोविड-19 मरीजों के इलाज की व्यवस्था की पोल दिन-प्रतिदिन अपने आप खुल रही है. डीएम के आदेश के 12 घंटों के बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं.

Muzaffarpur
SKMCH में कोरोना के 183 मरीजों पर केवल चार डॉक्टर
author img

By

Published : May 10, 2021, 11:35 AM IST

मुजफ्फरपुरः कोरोना संक्रमण के कारण जिले की हालत खस्ता है. जिले के सरकारी अस्पताल श्रीकृष्ण सिंह मेडिकल काॅलेज और अस्पताल (एसकेएमसीएच) में व्यवस्था का आलम यह है कि हर रोज यहां मरीज कोरोना से नहीं बल्कि इलाज के अभाव में अपनी जान गंवा रहे हैं. अब तक एसकेएमसीएच मे 252 मरीजों की मौत हो चुकी हैं.

शनिवार को डीएम ने खुद अस्पताल में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था और इसे दुरूस्त करने का आदेश दिया था, लेकिन इसके बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं.

इसे भी पढ़ेंः निजी अस्पतालों की मनमानी और कालाबाजारी को रोकने के लिए विशेष धावा दल का गठन

183 कोरोना मरीजों पर मात्र 4 डॉक्टर
शनिवार को डीएम के दिए आदेश के 12 घंटे बाद भी एसकेएमसीएच में व्यवस्था जस की तस दिखाई दे रही है. रविवार को कोविड वार्ड संख्या 1, 2, 3, 5, 9, 10, 15 में भर्ती 183 कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में मात्र चार डॉक्टर ही डयूटी थे. इसके कारण वार्ड संख्या 2, 9, और 10 में 12 बजे तक कोई डॉक्टर राउंड पर ही नहीं जा सका था.

इससे गुस्साए मरीजों के परिजनों ने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ पर अपना गुस्सा निकाला. सिस्टम ध्वस्त होने की वजह से कार्यरत डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ भी कुछ कर पाने मे असक्षम हैं. सभी एक दूसरे पर पर बस आरोप लगा रहे थे. नर्सिंग स्टाफ का आरोप था कि जब तक डॉक्टर नया एडवाइस नहीं करेंगे तब तक वे मरीजों को फॉलो कैसे कर सकते हैं.

इसे भी पढ़ेंः SKMCH में चमकी बुखार का एक और केस आया सामने, अब तक 14 बच्चों में AES की पुष्टि

कमी का रोना रोते दिखे डॉक्टर
कमी के चलते यहां डॉक्टरों को 24 घंटों तक काम करना पड़ रहा है. एसकेएमसीएच में भागदौड़ के बीच वार्ड संख्या तीन में डयूटी पर तैनात एक महिला डॉक्टर का दर्द फूट पड़ा. उन्होंने कहा कि 183 मरीजों का इलाज एक साथ करने के लिए सिर्फ चार डॉक्टर हैं. 8 माह से डयूटी करते करते-करते थक गई हूं.

कोई लगातार डयूटी कर रहा तो कोई मस्ती में है. मेडिसिन विभाग के अधिकांश डॉक्टर लंबे समय से छुट्टी पर हैं. अन्य विभागों के कुछ ऐसे भी डॉक्टर हैं जो कोरोना निगेटिव होने पर भी ड्यूटी ज्वाईन नहीं कर रहे हैं.

muzaffarpur
SKMCH में कोरोना के 183 मरीजों पर केवल चार डॉक्टर

हालात बिगड़ने पर वार्ड में डॉक्टर पहुंच नहीं पा रहे
बताया जा रहा है अस्पताल में डाॅक्टरों की कमी के कारण हालत बिगड़ने पर वार्ड में डॉक्टर पहुंच तक नहीं पा रहे हैं. व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए अस्पताल में भर्ती मरीजों की टकटकी बंधी रहती है कि कब डॉक्टर आए तो रेफर या होम क्वारेंटाइन के नाम पर अस्पताल से मुक्ति मिले.

वार्ड में लगातार मौतों से भी परिजन और मरीज सहमे हुए हैं. मौत के मामलों में हो रही बढ़ोतरी से स्वस्थ हो रहे मरीज भी घबरा जा रहे हैं. बता दें कि अस्पताल प्रशासन की ओर से जारी डाटा के मुताबिक एसकेएमसीएच मे अब तक 954 मरीज भर्ती हुए. इनमें से 379 इलाज के बाद डिस्चार्ज हुए हैं जबकि 252 की मौत हुई है.

मुजफ्फरपुरः कोरोना संक्रमण के कारण जिले की हालत खस्ता है. जिले के सरकारी अस्पताल श्रीकृष्ण सिंह मेडिकल काॅलेज और अस्पताल (एसकेएमसीएच) में व्यवस्था का आलम यह है कि हर रोज यहां मरीज कोरोना से नहीं बल्कि इलाज के अभाव में अपनी जान गंवा रहे हैं. अब तक एसकेएमसीएच मे 252 मरीजों की मौत हो चुकी हैं.

शनिवार को डीएम ने खुद अस्पताल में जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था और इसे दुरूस्त करने का आदेश दिया था, लेकिन इसके बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं.

इसे भी पढ़ेंः निजी अस्पतालों की मनमानी और कालाबाजारी को रोकने के लिए विशेष धावा दल का गठन

183 कोरोना मरीजों पर मात्र 4 डॉक्टर
शनिवार को डीएम के दिए आदेश के 12 घंटे बाद भी एसकेएमसीएच में व्यवस्था जस की तस दिखाई दे रही है. रविवार को कोविड वार्ड संख्या 1, 2, 3, 5, 9, 10, 15 में भर्ती 183 कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में मात्र चार डॉक्टर ही डयूटी थे. इसके कारण वार्ड संख्या 2, 9, और 10 में 12 बजे तक कोई डॉक्टर राउंड पर ही नहीं जा सका था.

इससे गुस्साए मरीजों के परिजनों ने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ पर अपना गुस्सा निकाला. सिस्टम ध्वस्त होने की वजह से कार्यरत डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ भी कुछ कर पाने मे असक्षम हैं. सभी एक दूसरे पर पर बस आरोप लगा रहे थे. नर्सिंग स्टाफ का आरोप था कि जब तक डॉक्टर नया एडवाइस नहीं करेंगे तब तक वे मरीजों को फॉलो कैसे कर सकते हैं.

इसे भी पढ़ेंः SKMCH में चमकी बुखार का एक और केस आया सामने, अब तक 14 बच्चों में AES की पुष्टि

कमी का रोना रोते दिखे डॉक्टर
कमी के चलते यहां डॉक्टरों को 24 घंटों तक काम करना पड़ रहा है. एसकेएमसीएच में भागदौड़ के बीच वार्ड संख्या तीन में डयूटी पर तैनात एक महिला डॉक्टर का दर्द फूट पड़ा. उन्होंने कहा कि 183 मरीजों का इलाज एक साथ करने के लिए सिर्फ चार डॉक्टर हैं. 8 माह से डयूटी करते करते-करते थक गई हूं.

कोई लगातार डयूटी कर रहा तो कोई मस्ती में है. मेडिसिन विभाग के अधिकांश डॉक्टर लंबे समय से छुट्टी पर हैं. अन्य विभागों के कुछ ऐसे भी डॉक्टर हैं जो कोरोना निगेटिव होने पर भी ड्यूटी ज्वाईन नहीं कर रहे हैं.

muzaffarpur
SKMCH में कोरोना के 183 मरीजों पर केवल चार डॉक्टर

हालात बिगड़ने पर वार्ड में डॉक्टर पहुंच नहीं पा रहे
बताया जा रहा है अस्पताल में डाॅक्टरों की कमी के कारण हालत बिगड़ने पर वार्ड में डॉक्टर पहुंच तक नहीं पा रहे हैं. व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए अस्पताल में भर्ती मरीजों की टकटकी बंधी रहती है कि कब डॉक्टर आए तो रेफर या होम क्वारेंटाइन के नाम पर अस्पताल से मुक्ति मिले.

वार्ड में लगातार मौतों से भी परिजन और मरीज सहमे हुए हैं. मौत के मामलों में हो रही बढ़ोतरी से स्वस्थ हो रहे मरीज भी घबरा जा रहे हैं. बता दें कि अस्पताल प्रशासन की ओर से जारी डाटा के मुताबिक एसकेएमसीएच मे अब तक 954 मरीज भर्ती हुए. इनमें से 379 इलाज के बाद डिस्चार्ज हुए हैं जबकि 252 की मौत हुई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.