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मुजफ्फरपुर: युवती को जिंदा जलाने के मामले में SIT गठित, दो महीनों में पूरी होगी जांच प्रक्रिया

घटना के बारे में मुजफ्फरपुर पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार ने बताया कि पीड़िता और उसके परिजनों से बात की गई है. घटना के मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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Published : Dec 10, 2019, 1:22 AM IST

मुजफ्फरपुर: जिले के अहियापुर थानाक्षेत्र में युवती को जिंदा जलाए जाने घटना को पुलिस गंभीरता से ले रही है. मामले में मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के बाद विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन हुआ है. साथ ही दो महीने में जांच की प्रक्रिया पूरी कर दोषी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा.

पीड़िता और परिजन से मिले अधिकारी
पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार, जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष और वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत ने श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती युवती का हाल जाना. इस दौरान युवती और उसकी मां के बयान को भी वरीय अधिकारियों ने लिया.

पीड़िता से मिलने पहुंचे वरीय अधिकारी

दो महीने में पूरी होगी जांच प्रक्रिया
घटना के बारे में मुजफ्फरपुर पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार ने बताया कि पीड़िता और उसके परिजनों से बात की गई है. घटना के मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे की जांच तेज गति से हो, इसके लिए एसआइटी का गठन किया गया है. इसके साथ ही एसएसपी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. साथ ही दो महीने में जांच की प्रक्रिया पूरी कर दोषी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा.

95 फीसद जल चुकी पीड़िता
इस निर्देश के बाद एसएसपी ने तत्काल एसआइटी गठित कर टीम के अधिकारियों को समय सीमा के अंदर जांच की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया. इन सबके आलावे डीएम आलोक रंजन ने पीड़िता के डॉक्टर से मिलकर उसके बारे में जानकारी ली. साथ ही ररिजनों से बात भी की. उन्होंने कहा कि यदि वे चाहें तो पीड़िता को इलाज के लिए बाहर ले जाया जा सकता है. लेकिन, डॉक्टरों से परामर्श लेने के दौरान पता चला कि युवती 95 फीसद जल चुकी है. फिलहाल वह कहीं ले जाने की स्थिति में नहीं है.

मुजफ्फरपुर: जिले के अहियापुर थानाक्षेत्र में युवती को जिंदा जलाए जाने घटना को पुलिस गंभीरता से ले रही है. मामले में मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के बाद विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन हुआ है. साथ ही दो महीने में जांच की प्रक्रिया पूरी कर दोषी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा.

पीड़िता और परिजन से मिले अधिकारी
पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार, जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष और वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत ने श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती युवती का हाल जाना. इस दौरान युवती और उसकी मां के बयान को भी वरीय अधिकारियों ने लिया.

पीड़िता से मिलने पहुंचे वरीय अधिकारी

दो महीने में पूरी होगी जांच प्रक्रिया
घटना के बारे में मुजफ्फरपुर पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार ने बताया कि पीड़िता और उसके परिजनों से बात की गई है. घटना के मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे की जांच तेज गति से हो, इसके लिए एसआइटी का गठन किया गया है. इसके साथ ही एसएसपी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. साथ ही दो महीने में जांच की प्रक्रिया पूरी कर दोषी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा.

95 फीसद जल चुकी पीड़िता
इस निर्देश के बाद एसएसपी ने तत्काल एसआइटी गठित कर टीम के अधिकारियों को समय सीमा के अंदर जांच की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया. इन सबके आलावे डीएम आलोक रंजन ने पीड़िता के डॉक्टर से मिलकर उसके बारे में जानकारी ली. साथ ही ररिजनों से बात भी की. उन्होंने कहा कि यदि वे चाहें तो पीड़िता को इलाज के लिए बाहर ले जाया जा सकता है. लेकिन, डॉक्टरों से परामर्श लेने के दौरान पता चला कि युवती 95 फीसद जल चुकी है. फिलहाल वह कहीं ले जाने की स्थिति में नहीं है.

Intro:मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थानाक्षेत्र में युवती को जिंदा जलाए जाने के मामले में पुलिस किसी भी स्तर पर ढील नहीं चाहती। मामले में मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के बाद विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन हुआ है। पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार, जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष व वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत ने श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती युवती का हाल जाना। इस दौरान युवती व उसकी मां का बयान वरीय अधिकारियों ने लिया। Body:मुज़फ़्फ़रपुर के एसकेएमसीएच में युवती का हाल चाल लेने वरीय अधिकारियों का टीम पहुंचा । घटना के बारे में मुजफ्फरपुर पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार ने कहा कि 'पीडि़ता और उसके स्वजनों से बात की है। घटना का मुख्य आरोपित गिरफ्तार कर लिया गया है। आगे की जांच त्वरित गति से हो, इसके लिए विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया गया है। एसएसपी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। दो महीने में जांच की प्रक्रिया पूरी कर दोषी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा।मौके पर ही आइजी ने एसआइटी गठित करने का निर्देश एसएसपी को दिया। एसएसपी ने तत्काल एसआइटी गठित कर टीम के अधिकारियों को समय सीमा के अंदर जांच की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया।  इन सबके बीच जिलाधिकारी आलोक रंजन ने पीडि़ता की चिकित्सा के बारे में जानकारी ली। यहां चल रही चिकित्सा व्यवस्था को जाना। परिजनों से बात की, यदि वे चाहें तो पीडि़ता को इलाज के लिए बाहर ले जाया जा सकता है। लेकिन, चिकित्सकों से परामर्श लेने के दौरान पता चला कि युवती 95 फीसद जल चुकी है। उसे ले जाने की स्थिति फिलहाल नहीं है। एसकेएमसीएच में जीवनरक्षक एंबुलेंस चिकित्सकों की टीम के साथ हर पल तैयार है
बाइट आलोक रंजन घोष डीएम मुज़फ़्फ़रपुर ।
बाइट गणेश कुमार रेंज आईजी मुज़फ़्फ़रपुर ।Conclusion:घटना की दो महीने में पूरी होगी जांच की प्रक्रिया आरोपितों के खिलाफ होगा स्पीडी ट्रायल मुख्य आरोपित गिरफ्तार कर भेजे गए जेल । पुलिस महानिरीक्षक जिलाधिकारी व एसएसपी ने जाना पीडि़ता का हाल ।
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