मुजफ्फरपुर: जिले के अहियापुर थानाक्षेत्र में युवती को जिंदा जलाए जाने घटना को पुलिस गंभीरता से ले रही है. मामले में मुख्य आरोपित की गिरफ्तारी के बाद विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन हुआ है. साथ ही दो महीने में जांच की प्रक्रिया पूरी कर दोषी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा.
पीड़िता और परिजन से मिले अधिकारी
पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार, जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष और वरीय पुलिस अधीक्षक जयंत कांत ने श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती युवती का हाल जाना. इस दौरान युवती और उसकी मां के बयान को भी वरीय अधिकारियों ने लिया.
दो महीने में पूरी होगी जांच प्रक्रिया
घटना के बारे में मुजफ्फरपुर पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार ने बताया कि पीड़िता और उसके परिजनों से बात की गई है. घटना के मुख्य आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे की जांच तेज गति से हो, इसके लिए एसआइटी का गठन किया गया है. इसके साथ ही एसएसपी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. साथ ही दो महीने में जांच की प्रक्रिया पूरी कर दोषी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा.
95 फीसद जल चुकी पीड़िता
इस निर्देश के बाद एसएसपी ने तत्काल एसआइटी गठित कर टीम के अधिकारियों को समय सीमा के अंदर जांच की प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया. इन सबके आलावे डीएम आलोक रंजन ने पीड़िता के डॉक्टर से मिलकर उसके बारे में जानकारी ली. साथ ही ररिजनों से बात भी की. उन्होंने कहा कि यदि वे चाहें तो पीड़िता को इलाज के लिए बाहर ले जाया जा सकता है. लेकिन, डॉक्टरों से परामर्श लेने के दौरान पता चला कि युवती 95 फीसद जल चुकी है. फिलहाल वह कहीं ले जाने की स्थिति में नहीं है.