पटना: बिहार के कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव के नतीजों ने सूबे का सियासी तापमान गरमा दिया है. इस चुनाव पर राजनीतिक पंडितों की नजर बनी थी. गठबंधन के बदले परिवेश में पहली बार भाजपा और जदयू के प्रत्याशी आमने-सामने थे. इसलिए नीतीश कुमार की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी. महागठबंधन समर्थित जदयू के प्रत्याशी मनोज कुशवाहा को भाजपा प्रत्याशी केदार गुप्ता ने चित कर दिया. चुनाव परिणाम आने के बाद जदयू खेमे (JDU lost in Kurhani) में खामोशी छाई हुई है. वहीं भाजपा नेता नीतीश कुमार पर हमलावर हैं.
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नीतीश पर हमलाः विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि अति पिछड़ा समुदाय अब नीतीश कुमार के साथ (Samrat Chaudhary attacked Nitish) नहीं है. नीतीश कुमार बिहार की राजनीति में प्रसांगिक नहीं रह गए हैं. सम्राट चौधरी ने कहा कि कुढ़नी की जनता ने यह फैसला सुना दिया है कि नीतीश मुक्त बिहार बनेगा. नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव के पास वोट बैंक था लेकिन नीतीश और तेजस्वी के पास कोई वोट बैंक नहीं है. 2024 के चुनाव में भी हम बड़े मतों के अंतर से चुनाव जीतेंगे.
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समीकरण गड़बड़ायाः सम्राट चौधरी ने आरोप लगाया कि जदयू ने मुकेश सहनी की मदद से बी टीम खड़ी करने की कोशिश की थी, लेकिन कुढ़नी की जनता ने उन्हें खारिज कर दिया. बता दें कि चुनावी मैदान में एआईएमआईएम (AIMIM) और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रत्याशी के उतर जाने से एनडीए और महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ गई थी. कहा जा रहा था कि एआईएमआईएम जहां महागठबंधन के वोट बैंक में सेंध लगाएगी वहीं भूमिहार समाज से आने वाले वीआईपी (VIP) उम्मीदवार नीलाभ कुमार एनडीए और महागठबंधन दोनों के गणित को गड़बड़ा (nitish kumar and tejashwi yadav plan in Kurhani) दिया था.
'कुढ़नी की जनता ने यह फैसला सुना दिया है कि नीतीश मुक्त बिहार बनेगा. लालू प्रसाद यादव के पास वोट बैंक था लेकिन नीतीश और तेजस्वी के पास कोई वोट बैंक नहीं है. 2024 के चुनाव में भी हम बड़े मतों के अंतर से चुनाव जीतेंगे'-सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष, विधान परिषद