मजफ्फरपुर: कुढ़नी प्रखंड में अभी भी बाढ़ का कहर जारी है. वाया नदी और नून नदी जैसी बरसाती नदियों ने तबाही मचा रखी है. जिससे एक दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क सड़क से टूट गया है. वहीं ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जिला प्रशासन की तरफ से कोई मदद नहीं की जा रही है. जिसके कारण ग्रामीणों में सरकार के खिलाफ नाराजगी है.
बरसाती नदियों का कहर
मुजफ्फरपुर में नदियों का जल तांडव अभी भी थमने का नाम नही ले रहा है. जिले की प्रमुख तीन नदियां बागमती, बूढ़ी गंडक और गंडक के जलस्तर में जहां लगातार गिरावट आ रही है. वहीं अब जिले में वाया नदी और नून नदी जैसी बरसाती नदियां तबाही मचा रही है. जिनका सबसे अधिक असर कुढ़नी प्रखंड में दिख रहा है. जहां इन बरसाती नदियों के उफान के कारण प्रखंड के दर्जन से अधिक गांवों का सड़क संपर्क टूट चुका है. ईटीवी भारत ने इन इलाकों के ग्राउंड जीरो से हालात का जायजा लिया.
बाढ़ पीड़ित सरकार के खिलाफ नाराजगी
कुढ़नी प्रखंड के चंदरहिया, मोहनपुर मुख्य सड़क पर कई जगह वाया नदी का पानी सड़क पर दो से चार फीट ऊपर तक बह रहा है. वहीं इसी इलाके के मधुवन, मुरौल, तरुआ, चांदपुर, चंद्रहटी समेत करीब एक दर्जन से अधिक गांव बाढ़ से पानी से घिरे हुए हैं. जहां बाढ़ के कारण पूरी खेती नष्ट हो चुकी है. वही इस इलाके की एक बड़ी आबादी अभी भी बाढ़ की विभीषिका झेल रही है. अभी तक कोई प्रशासनिक मदद नहीं पहुंच सकी है. जिससे इन इलाकों में रहने वाले बाढ़ पीड़ित परिवारों में सरकार के प्रति काफी नाराजगी दिख रही है.