ETV Bharat / state

Muzaffarpur Crime: बैंकिंग धोखाधड़ी के नए मॉड्यूल का खुलासा, 82 लाख रुपये बरामद, 4 गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में बैंकिंग धोखाधड़ी (Fraud) के नए मॉड्यूल का पुलिस ने खुलासा करते हुए चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. बैंककर्मी और मोबाइल कंपनी के कर्मी सिम स्वैप (निष्क्रिय) कर खाते से रकम उड़ा देते थे. पढ़ें पूरी रिपोर्ट..

Muzaffarpur
Muzaffarpur
author img

By

Published : Aug 14, 2021, 7:17 PM IST

Updated : Aug 14, 2021, 7:41 PM IST

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में सिम स्वैप (निष्क्रिय) कर बैंक के अकाउंट से रुपए गायब करने के एक बड़े फर्जीवाड़े (Fraud) का पुलिस ने खुलासा किया है. बिहार में इस तरह का पहला मामला प्रकाश में आया है. इस बैंकिंग फ्रॉड में आम आदमी को फर्जीवाड़े की जानकारी नहीं मिल पाती है. इसके जरिए मुजफ्फरपुर पुलिस (Muzaffarpur Police) ने अभी तक तीन करोड़ की ठगी का खुलासा किया है.

ये भी पढ़ें- Cyber Crime: बिहार में बढ़ रही साइबर ठगी, सावधानी हटी तो हो जाएगा खाता खाली

मामले की जानकारी देते हुए मुजफ्फरपुर के एसएसपी जयंतकांत (Muzaffarpur SSP Jayantkant) ने बताया कि इस बैंकिंग फ्रॉड में पंजाब नेशनल बैंक के बैंकिंग एप्लिकेशन में भी कई खामियां मिली हैं. जिसका लाभ लेकर अभियुक्त बैंक के ग्राहकों के खाते से मोटी रकम को घोस्ट अकाउंट में ट्रांसफर करते थे.

देखें रिपोर्ट

''इस तरह के बैंकिंग फ्रॉड का बिहार में ये पहला मामला सामने आया है. जिसकी गुत्थी को सुलझाने के लिए साइबर एक्सपर्ट की एक बड़ी टीम के साथ तीन डीएसपी के नेतृत्व में गठित टीम ने इसका उद्भेदन किया है.''- जयंतकांत, एसएसपी, मुजफ्फरपुर

ये भी पढ़ें- नौकरी का झांसा देकर साइबर ठग बना रहे शिकार, जानें बचने के तरीके

इस फ्रॉड में जालसाज पहले मोबाइल कंपनियों के कर्मियों के सहयोग से बड़ी चालाकी से सिम को पहले स्वीप करते थे. इसके बाद मोबाइल उपभोक्ता का सिम कुछ समय के लिए बंद हो जाता था. उसके बाद शातिर अपराधी बैंक के खाते में मौजूद बड़ी रकम को पश्चिम बंगाल और बेंगलुरु में संचालित घोस्ट अकाउंट में ट्रांसफर कर देते थे.

पुलिस ने इस खेल में शामिल चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें से एक मुजफ्फरपुर के पीएनबी बैंक का कर्मी भी शामिल है. पुलिस ने इनके पास से 11 लाख रुपए कैश और बैंक में रखे गए 82 लाख रुपए भी बरामद किए हैं. वहीं, इस इस बैंकिंग फ्रॉड और बैंकिंग एप्लिकेशन में मौजूद खामी को लेकर पीएनबी बैंक के उच्च अधिकारियों को भी जानकारी पुलिस के द्वारा दी गई है. वहीं, इस ठगी के नए प्रारूप की जांच पर पुलिस की टीम अभी भी काम कर रही है.

बता दें कि सिम स्वैप का मतलब सिम एक्सचेंज करना होता है. जिसमें आपके फोन नंबर से एक नए सिम का रजिस्ट्रेशन कर लिया जाता है. ऐसा होते ही आपका सिम कार्ड बंद हो जाता है और फोन से सिग्नल गायब हो जाते हैं. अब आपके नंबर से रजिस्टर हुए दूसरे सिम पर आने वाले ओटीपी को इस्तेमाल कर कोई दूसरा शख्स आपके पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेता है. इस फ्रॉड का सबसे ज्यादा शिकार सीनियर सिटिजन होते हैं, इसलिए उन्हें इससे सतर्क करना सबसे ज्यादा जरूरी है.

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में सिम स्वैप (निष्क्रिय) कर बैंक के अकाउंट से रुपए गायब करने के एक बड़े फर्जीवाड़े (Fraud) का पुलिस ने खुलासा किया है. बिहार में इस तरह का पहला मामला प्रकाश में आया है. इस बैंकिंग फ्रॉड में आम आदमी को फर्जीवाड़े की जानकारी नहीं मिल पाती है. इसके जरिए मुजफ्फरपुर पुलिस (Muzaffarpur Police) ने अभी तक तीन करोड़ की ठगी का खुलासा किया है.

ये भी पढ़ें- Cyber Crime: बिहार में बढ़ रही साइबर ठगी, सावधानी हटी तो हो जाएगा खाता खाली

मामले की जानकारी देते हुए मुजफ्फरपुर के एसएसपी जयंतकांत (Muzaffarpur SSP Jayantkant) ने बताया कि इस बैंकिंग फ्रॉड में पंजाब नेशनल बैंक के बैंकिंग एप्लिकेशन में भी कई खामियां मिली हैं. जिसका लाभ लेकर अभियुक्त बैंक के ग्राहकों के खाते से मोटी रकम को घोस्ट अकाउंट में ट्रांसफर करते थे.

देखें रिपोर्ट

''इस तरह के बैंकिंग फ्रॉड का बिहार में ये पहला मामला सामने आया है. जिसकी गुत्थी को सुलझाने के लिए साइबर एक्सपर्ट की एक बड़ी टीम के साथ तीन डीएसपी के नेतृत्व में गठित टीम ने इसका उद्भेदन किया है.''- जयंतकांत, एसएसपी, मुजफ्फरपुर

ये भी पढ़ें- नौकरी का झांसा देकर साइबर ठग बना रहे शिकार, जानें बचने के तरीके

इस फ्रॉड में जालसाज पहले मोबाइल कंपनियों के कर्मियों के सहयोग से बड़ी चालाकी से सिम को पहले स्वीप करते थे. इसके बाद मोबाइल उपभोक्ता का सिम कुछ समय के लिए बंद हो जाता था. उसके बाद शातिर अपराधी बैंक के खाते में मौजूद बड़ी रकम को पश्चिम बंगाल और बेंगलुरु में संचालित घोस्ट अकाउंट में ट्रांसफर कर देते थे.

पुलिस ने इस खेल में शामिल चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें से एक मुजफ्फरपुर के पीएनबी बैंक का कर्मी भी शामिल है. पुलिस ने इनके पास से 11 लाख रुपए कैश और बैंक में रखे गए 82 लाख रुपए भी बरामद किए हैं. वहीं, इस इस बैंकिंग फ्रॉड और बैंकिंग एप्लिकेशन में मौजूद खामी को लेकर पीएनबी बैंक के उच्च अधिकारियों को भी जानकारी पुलिस के द्वारा दी गई है. वहीं, इस ठगी के नए प्रारूप की जांच पर पुलिस की टीम अभी भी काम कर रही है.

बता दें कि सिम स्वैप का मतलब सिम एक्सचेंज करना होता है. जिसमें आपके फोन नंबर से एक नए सिम का रजिस्ट्रेशन कर लिया जाता है. ऐसा होते ही आपका सिम कार्ड बंद हो जाता है और फोन से सिग्नल गायब हो जाते हैं. अब आपके नंबर से रजिस्टर हुए दूसरे सिम पर आने वाले ओटीपी को इस्तेमाल कर कोई दूसरा शख्स आपके पैसे अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेता है. इस फ्रॉड का सबसे ज्यादा शिकार सीनियर सिटिजन होते हैं, इसलिए उन्हें इससे सतर्क करना सबसे ज्यादा जरूरी है.

Last Updated : Aug 14, 2021, 7:41 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.