मुजफ्फरपुर: हाजीपुर का जाली नोट तस्कर प्रफुल्ल कुमार (Muzaffarpur police arrested fake note smuggler) पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है और उसे जेल भेज दिया गया है. उससे पूछताछ में कई अहम सुराग पुलिस को मिले हैं. आरोपी ने बताया कि वह हार्डवेयर का बिजनेस करने के साथ BPSC की तैयारी भी करता है. उसे ये 50 रुपए के 23 जाली नोट हाजीपुर के विपिन ने दिए थे. मुजफ्फरपुर पुलिस ने हाजीपुर पुलिस से संपर्क साधा और जाली नोट के संबंध में कई एजेंसी को भी अवगत कराया है. कहा जा रहा है कि बॉर्डर पार से इसकी तस्करी की गई है. इसे लेकर अलर्ट रहने का निर्देश जारी किया गया है. वहीं FSL से भी इस नोट की जांच करवाई जाएगी.
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कई जिलों में फैला जाली नोट का सिंडिकेट: पुलिस पूछताछ में पता लगा कि जाली नोट का रैकेट हाजीपुर, मुजफ्फरपुर के अलावा मधुबनी, सीतामढ़ी, सिवान और गोपालगंज समेत कई जिलों में फैला हुआ है. विपिन नाम का तस्कर ही जाली नोट को अन्य जिलों में छोटे तस्करों के बीच सप्लाई करता है. विपिन को ये नोट कहां से मिलता है इसका खुलासा नहीं हुआ है. हालांकि कहा जा रहा है कि बॉर्डर पार से ही उसे यह नोट सप्लाई किए जाते हैं.
12 से अधिक है पैडलर गैंग में शामिल: पुलिस जांच में पता लगा कि जाली नोट की तस्करी करने वाले गैंग में 12 से अधिक पेडलर शामिल हैं. इन्हें विपिन 10 हजार रुपए तक 50 रुपए के जाली नोट उपलब्ध करवाता है. ये नोट वह मार्केट में छोटे दुकानदारों के यहां खपाते हैं. बताया जा रहा है कि 100 रुपए के असली नोट के बदले पैडलर को 50-50 के पांच नोट दिए जाते हैं. इसी लालच में आकर ये मार्केट में जाली नोट को खपाते हैं. जिस तरह प्रफुल्ल ने चाय दुकानदार को 50 रुपए का जाली नोट दिया था. वहीं दुकानदार ने उसे पकड़ लिया और फिर पुलिस के हवाले कर दिया.
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