मुजफ्फरपुर: आखिरकार बैठकों का दौर खत्म कर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय शुक्रवार को चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों को देखने के लिए एसकेएमसीएच पहुंचे. यहां उन्होंने पीड़ित बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात के बाद कहा कि इस बीमारी से निबटारे के लिए डॉक्टरों की टीम रिसर्च कर रही है. साथ ही इससे बचाव के लिए सिविल सर्जनों द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
अबतक 57 बच्चों की मौत
अस्पताल पहुंचकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने वरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस बैठक के बाद उन्होंने बताया कि चमकी बुखार से पीड़ित अब तक 155 बच्चों को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया है. जिसमें 47 बच्चों ने दम तोड़ दिया है. वहीं, 66 बच्चों का अभी इलाज चल रहा है. इसके अलावा केजरीवाल अस्पताल में 10 बच्चों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. उन्होंने बताया कि इस जानलेवा बुखार से जिले में अबतक 57 बच्चों ने दम तोड़ा है.
जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इन मौतों को देखते हुए पटना में प्रधान सचिव के नेतृत्व में उच्चस्तरीय बैठक की गई. जिसमें चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों की समुचित इलाज की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही इससे बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया है.
विशेषज्ञों और डॉक्टरों की टीम कर रही रिसर्च
मंगल पांडे ने बताया कि सभी जिलाअधिकारी और सिविल सर्जन को निर्देशित किया गया है कि प्रभावित क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियोंके साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाएं. उन्होंने यह भी बताया कि इस बीमारी से निबटने के लिए देश-विदेश के विशेषज्ञों और डॉक्टरों की टीम कार्य कर रही है, लेकिन अब तक इसके नतीजे पर टीम नहीं पहुंच सकी है. उन्होंने कहा कि टीम जल्द ही इसका नतीजा निकाल लेगी.