मुजफ्फरपुर: जिले की पहचान लीची से होती है. इसकी डिमांड देश से लेकर विदेशों तक है. वहीं, कई बार ये फल विवादों में रहता है, लेकिन अब इस फल को पहचान मिलने वाली है. मुजफ्फरपुर की शाही लीची फल का अब आधार कार्ड बनने वाला है.
पेड़ों को मिलेगी विशेष पहचान
अनुसंधान केंद्र की कवायद के बाद पेड़ों को विशेष पहचान मिलने वाली है. लीची फल अब आधार कार्डधारी बनने वाला है. इसको लेकर लीची अनुसंधान केंद्र के निर्देशक डॉ. विशाल नाथ ने बताया कि इस डेटाबेस का इस्तेमाल भविष्य में लीची की नई किस्मों की उत्पाद क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जाएगा.
कई जानकारी की जाएगी एकत्रित
डॉ. विशाल नाथ ने बताया कि इससे लीची के पौधों में होने वाली बीमारियों को रोकने के लिए और उनकी उम्र सहित दूसरी जानकारियां भी एकत्रित की जाएगी. बता दें मुजफ्फरपुर के मुसहरी में लीची अनुसाधन केंद्र ने अपने परिसर में 25 सौ से अधिक पौधों को लगाकर इस पहल की शुरूआत कर दी है.