मुजफ्फरपुर: लैंगिक समानता के क्षेत्र में काम कर रही बिहार के मुजफ्फरपुर की जाह्नवी (Jhanvi of Muzaffarpur) को संयुक्त राष्ट्र फाउंडेशन वाशिंगटन ने गर्ल अप ग्रांट अवॉर्ड 2019 और 2020 (Girl Up Grant Award) से सम्मानित किया था. फिर एक बार जाह्नवी का चयन गर्ल अप ग्रांट अवॉर्ड 2021 में हुआ है. जिले के कटरा प्रखंड के अम्मा गांव निवासी संतोष कुमार और अर्चना की 16 वर्षीय बेटी जाह्नवी ने साल 2019 के साथ-साथ साल 2020 में गर्ल अप ग्लोबल समिट का खिताब अपने नाम किया है.
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उन्होंने बीते साल 2020 में वर्चुअल जुड़कर अपने विचार रखे थे. इस वर्चुअल समिट में अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला मिशेल ओबामा और हिलेरी क्लिंटन, 2018 में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता नादिया मुराद, यूनिसेफ की गुडविल एंबेसडर अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा सहित विश्व की चर्चित हस्तियों ने जुड़कर लैंगिक समानता पर विचार रखे थे. संयुक्त राष्ट्र फाउंडेशन के 19 सदस्यीय निदेशक मंडल ने जाह्नवी के सोच और अनुभव के प्रचार प्रसार के लिए 500 डॉलर नकद अनुदान से भी सम्मानित किया था.
निदेशक मंडल में इंफोसिस के चेयरमैन डॉक्टर एनआर नारायण मूर्ति भी थे. जाह्नवी की इच्छा है कि लैंगिक समानता को लेकर पूरी दुनिया में अलख जगाए. अब तीसरी बार मुजफ्फरपुर के कटरा कि अम्मा गांव निवासी जाह्नवी को गर्ल अप स्कॉलरशिप-2022 के लिए चुना गया है. उसे ग्लोबल लीडरशिप समिट-2020 और 2021 के दौरान संयुक्त राष्ट्र फाउंडेशन की ओर से यह पुरस्कार पूर्व में दिया गया था.
बता दें कि 175 देशों से 18 प्रतिभागियों को इसके लिए चुना गया है. भारत से अकेली बिहार के मुजफ्फरपुर की बेटी है. संयुक्त राष्ट्र की उप प्रमुख अमीना जे मोहम्मद, सोन्या डेविल, हॉलीवुड सुपरस्टार जस्टिन बाल्डोनी समेत अनेक मशहूर हस्तियों ने वर्चुअली लैंगिक समानता की दिशा में किए गए प्रयासों के कारण जाह्नवी का चयन किया गया. अगर जाह्नवी इस साल भी यह अवार्ड जीत लेती है तो यह उनकी हैट्रिक होगी.
अवार्ड जितने पर उन्हें 2500 अमेरिकी डॉलर यानी 1 लाख 86 हजार 333 रुपए का ग्रांट भी मिलेगा. इसे लेकर जाह्नवी के परिजनों से बातचीत की गई तो वो खुशी से भावुक हो उठे और कहा कि ये माता रानी का आशीर्वाद है जो इतनी छोटी उम्र में हमारी घर की बच्चियां ये सब कर पा रही हैं. बेटे और बेटी में कोई फर्क नहीं है, आज के दौर में बैठे से कहीं आगे बेटियां हैं.
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