मुज़फ्फरपुरः जिले में तेजी से बढ़ती गर्मी और कोरोना महामारी के बीच चमकी बुखार का कहर भी शुरू हो गया है. चमकी बुखार के मामले जिले के अलग-अलग स्थानों से सामने आए हैं. एक तो कोरोना की वजह से चिकित्सकों और हेल्थकर्मियो की कमी से जिले का सरकारी अस्पताल एसकेएमसीएच पहले से ही जूझ रहा है.
ऐसे में चमकी बुखार के मामलों ने मेडिकल कालेज प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. पिछले एक सप्ताह से लगातार चमकी बुखार के मामले सामने आ रहे हैं. वहीं, इस बार अभी तक चमकी बुखार के कारण तीन बच्चे एसकेएमसीएच में दम तोड़ चुके हैं.
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12 बच्चों में एईएस होने की पुष्टि
रविवार से प्रतिदिन एसकेएमसीएच के पिकू वार्ड में चमकी बुखार के लक्षणों वाले बच्चे गंभीर हालत में संक्रमित होकर पहुंच रहे हैं. तीन दिनों के भीतर पीकू वार्ड में भर्ती कराए गए चार बच्चों में एईएस की पुष्टि हो चुकी है. वहीं दो अन्य बच्चों को भी भर्ती किया गया है जो चमकी बुखार सस्पेक्टेड बताए जा रहे हैं.
इन बच्चों का फिलहाल एसकेएमसीएच में इलाज चल रहा है. इन नए मामलों की पुष्टि एसकेएमसीएच के उपाधीक्षक और शिशु रोग विभागध्यक्ष डॉ. गोपाल शंकर सहनी ने भी की है.
डॉ. गोपाल शंकर साहनी ने बताया की आज एक और बच्चे में AES की पुष्टि हुई है. वहीं, इस बार अभी तक एसकेएमसीएच में 12 बच्चों में एईएस होने की पुष्टि की गई है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि एसकेएमसीएच में चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए समुचित व्यवस्था है.
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