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मुजफ्फरपुर: 168 मौतों के बाद भी नहीं जागी सरकार, जागरूकता अभियान का दावा फेल - government negligence

कुछ दिनों पहले ही इस गांव में एक बच्चे की मौत चमकी बुखार से हुई है. हंसते-खेलते घर में अब मातम पसरा है. मृत बच्चे की मां ने रुआंसे स्वर में कहा कि सरकार के तरफ से उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला है.

लोगों से की बातचीत
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Published : Jun 20, 2019, 10:01 PM IST

मुजफ्फरपुर: जिले में चमकी बुखार का कहर दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब तक 168 बच्चों की मौत हो चुकी है. सरकार लगातार दावा कर रही है कि वह अपने स्तर से चमकी को रोकने में लगी है. लेकिन, जमीनी हकीकत विपरीत दिखाई पड़ रही है. सरकारी दावे लगातार फेल हो रहे हैं.

ईटीवी भारत के संवाददाता गुरूवार को मुसहरी प्रखंड के राजाभुनास गांव पहुंचे. यहां उन्होंने कई ग्रामीणों से बातचीत कर चमकी पर उनकी जागरूकता समझनी चाही. ताज्जुब की बात है कि मुजफ्फरपुर में इस बीमारी के कहर सबसे ज्यादा होने के बावजूद लोगों को इसके लक्षण और रोकथाम के उपाय नहीं पता है. जबकि इस गांव में अबतक 4-5 बच्चों की मौत चमकी से ही हुई है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

'नहीं आया कोई सरकारी फरमान या मदद'
स्थानीय लोगों से पूछने पर पता चला कि गांव में कोई अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. जब कोई बीमार पड़ जाता है तो उसे अस्पताल ले जाने में बड़ी समस्या होती है. वहीं, जब गांववालों से सरकारी मदद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें जागरूक करने के लिए अबतक कोई सरकारी अधिकारी या दस्तावेज नहीं आया है.

muzaffarpur
मृत बच्चे की फोटो दिखाती मां

चमकी से हुई बच्चे की मौत, मां सदमे में
कुछ दिनों पहले ही इस गांव में एक बच्चे की मौत चमकी बुखार से हुई है. हंसते-खेलते घर में अब मातम पसरा है. मृत बच्चे की मां मानो सदमे में है. उन्होंने रुआंसे स्वर में कहा कि सरकार के तरफ से उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला है.

मुजफ्फरपुर: जिले में चमकी बुखार का कहर दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक अब तक 168 बच्चों की मौत हो चुकी है. सरकार लगातार दावा कर रही है कि वह अपने स्तर से चमकी को रोकने में लगी है. लेकिन, जमीनी हकीकत विपरीत दिखाई पड़ रही है. सरकारी दावे लगातार फेल हो रहे हैं.

ईटीवी भारत के संवाददाता गुरूवार को मुसहरी प्रखंड के राजाभुनास गांव पहुंचे. यहां उन्होंने कई ग्रामीणों से बातचीत कर चमकी पर उनकी जागरूकता समझनी चाही. ताज्जुब की बात है कि मुजफ्फरपुर में इस बीमारी के कहर सबसे ज्यादा होने के बावजूद लोगों को इसके लक्षण और रोकथाम के उपाय नहीं पता है. जबकि इस गांव में अबतक 4-5 बच्चों की मौत चमकी से ही हुई है.

ईटीवी भारत संवाददाता की रिपोर्ट

'नहीं आया कोई सरकारी फरमान या मदद'
स्थानीय लोगों से पूछने पर पता चला कि गांव में कोई अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. जब कोई बीमार पड़ जाता है तो उसे अस्पताल ले जाने में बड़ी समस्या होती है. वहीं, जब गांववालों से सरकारी मदद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें जागरूक करने के लिए अबतक कोई सरकारी अधिकारी या दस्तावेज नहीं आया है.

muzaffarpur
मृत बच्चे की फोटो दिखाती मां

चमकी से हुई बच्चे की मौत, मां सदमे में
कुछ दिनों पहले ही इस गांव में एक बच्चे की मौत चमकी बुखार से हुई है. हंसते-खेलते घर में अब मातम पसरा है. मृत बच्चे की मां मानो सदमे में है. उन्होंने रुआंसे स्वर में कहा कि सरकार के तरफ से उन्हें अभी तक मुआवजा नहीं मिला है.

Intro:मुज़्ज़फरपुर में चमकी बुखार का कहर दिन पर दिन बढ़ते जा रहा है लगभग 170 बच्चे चमकी के चपेट में आने से मौत हो गई है अभी भी डॉक्टरों के द्वारा इस बीमारी का इलाज अभी तक खोज नहीं पाया गया है
etv bharat की टीम मुसहरी प्रखंड के राजाभुनास गांव पहुची जहां पर हमने तमाम ग्रामीणों से बातचीत की चमकी बुखार के बारे में भी हमने पता कि की चमकी बुखार क्या होता है आपको पता है भी या नहीं
तो वही कुछ लोगों को चमकी बुखार के बारे में पता चला था लेकिन कुछ लोग अभी भी चमकी के बारे में पता भी नहीं है और आपको बता दें कि यही एक गांव है जहां पर पांच बच्चे इस गांव में चमकी के चपेट में आने से उनकी मौत हो गई
हमने गांव वालों से पूछा कि सरकार के तरफ से जिला प्रशासन की तरफ से जागरूकता कैंप चलाया जा रहा है टेंपलेट बट व्हाय जा रहे हैं आप को मिला क्या तो लोगों का यही कहना था कि अभी तक हमारे पास कोई नहीं आया है
अभी भी इस गांव में एक चमकी की चपेट में एक लड़की आ गई थी उसको ले जाने के लिए कोई साधन नहीं था

इस गांव में एंबुलेंस की सुविधाएं भी नहीं है सरकार की तरफ से लाख दावे किए जा रहे हैं कि हमने टेंप्लेट बटवा या जागरूकता कैंप चला रहा है चला रहे हैं लेकिन बहुत सारे गांव मुजफ्फरपुर के जहां पर लोगों को आने-जाने की सुविधाएं नहीं है लोग चमकी के बारे में जानते नहीं हैं

बहुत सारे बच्चे जो चमकी के चपेट में आने से उनकी मौत हो गई है उनके घर वालों से हमने बातचीत की घर वालों का यही कहना था कि सरकार के तरफ से हमें कोई अभी तक मुआवजा नहीं मिला है जिससे काफी आक्रोश भी देखने को मिल रहा है और सरकार के ऊपर भी सवाल उठना बिल्कुल लाजमी है क्योंकि इतनी बड़ी घटना हो जाती है सरकार अभी तक कह सकते हैं कि सिर्फ और सिर्फ कागजी घोषणाएं हो रही है लेकिन जमीन पर उस गांव में अभी तक सरकार की सुविधा नहीं पहुंच पा रही है


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