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मुजफ्फरपुर: कई गांवों में घुसा बूढ़ी गंडक का पानी, पलायन को मजबूर लोग

बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है. इससे शहर पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. पानी भर जाने के कारण लोग गांव छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं.

गांव में घुसा बूढ़ी गंडक नदी का पानी
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Published : Jul 18, 2019, 8:24 AM IST

मुजफ्फरपुर: राज्य के 12 जिलों में बाढ़ आई हुई है. इस विभीषिका से 25 लाख लोग प्रभावित हैं. साथ ही 73 लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है. बाल्मीकिनगर गंडक बैराज से इस साल अधिकतम 4.75 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. इससे जिले में बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

गांव में बाढ़ का पानी घुसने से पलायन कर रहे लोग

बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है. धीरे-धीरे पानी बढ़ता ही जा रहा है. इससे शहर पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि हमलोगों को बाढ़ के कारण काफी दिक्कत हो रही है. प्रशासन को सूचना देने के बाद भी हमारी सुध लेने कोई नहीं पहुंचा. हमारी हालात काफी खराब है.

गांव छोड़कर जा रहे लोग
स्थानीय पंचायत के मुखिया इंद्रमोहन झा ने बताया कि गांव में करीब 12 हजार की आबादी होगी. नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण गांव में चारों तरफ से बाढ़ का पानी घुस गया है. लोग गांव छोड़कर दूसरी जगह जा रहे हैं. सरकारी स्तर पर किसी तरह की कोई सुविधा नहीं मिल रही है. लोग परेशान हैं. वहीं, बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि के बाद जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है.

मुजफ्फरपुर: राज्य के 12 जिलों में बाढ़ आई हुई है. इस विभीषिका से 25 लाख लोग प्रभावित हैं. साथ ही 73 लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है. बाल्मीकिनगर गंडक बैराज से इस साल अधिकतम 4.75 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. इससे जिले में बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. लोगों को काफी परेशानी हो रही है.

गांव में बाढ़ का पानी घुसने से पलायन कर रहे लोग

बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होने के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है. धीरे-धीरे पानी बढ़ता ही जा रहा है. इससे शहर पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि हमलोगों को बाढ़ के कारण काफी दिक्कत हो रही है. प्रशासन को सूचना देने के बाद भी हमारी सुध लेने कोई नहीं पहुंचा. हमारी हालात काफी खराब है.

गांव छोड़कर जा रहे लोग
स्थानीय पंचायत के मुखिया इंद्रमोहन झा ने बताया कि गांव में करीब 12 हजार की आबादी होगी. नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण गांव में चारों तरफ से बाढ़ का पानी घुस गया है. लोग गांव छोड़कर दूसरी जगह जा रहे हैं. सरकारी स्तर पर किसी तरह की कोई सुविधा नहीं मिल रही है. लोग परेशान हैं. वहीं, बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि के बाद जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है.

Intro:मुजफ्फरपुर में नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। जिससे कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है । लोग अपने घरों को छोड़ कर सुरक्षति जगहों पर जा रहे हैं ।


Body:मुजफ्फरपुर शहर के वार्ड नंबर15 झील नगर ,आश्रम घाट से लेकर लकड़ीढाही तक बांध के नीचे वाले मुहल्लों में पानी घुस गया है ,धीरे धीरे पानी बांध की ओर बढ़ रहा है । इससे शहर पर पिछले वर्ष की तरह इस बार भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है । वही कांटी प्रखंड के मिठनसराय गांव में पानी चारों तरफ से घुस गया है ।पानी बढ़ने के बाद गांव के लोग अपना घर छोड़ कर दूसरी जगह शिफ्ट हो रहे हैं । पक्का मकान वाले परिवार के लोग अपनी छत पर शिफ्ट कर गए हैं । ग्रामीणों ने बताया कि स्थिति काफी खराब है । अब तक जिला प्रशासन के कोई भी अधिकारी बाढ़ पीड़ितों की सुधि लेने नही पहुंचे है । करीब दो पंचायतों के चार वार्ड मिठनसराय व कोल्हुआ पैगम्बरपुर के 12 हजार की आबादी चारो तरफ से बाढ़ से घिरा हुआ है ।
बाइट ग्रामीण 1,2,3
बाइट इंदमोहन झा मुखिया लसगरीपुर पंचायत ।


Conclusion:नेपाल से पिछले तीन दिनों में बाल्मीकि नगर गंडक बैराज से इस साल अधिकतम 4.75 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है । इससे आसपास के इलाके में बाढ़ की संभवना बढ़ गयी है ।बूढ़ी गंडक के जलस्तर में वृद्धि के बाद जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है । वही जल संसाधन विभाग बांधो और तटबांधो पर निगरानी में जुटा है ।
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