मुजफ्फरपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) की आज पहली पुण्यतिथि (First Death Anniversary) है. इस मौके पर बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में रघुवंश प्रसाद सिंह के परिजनों के माध्यम से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित विभिन्न दलों के राजनेता सम्मिलित होंगे.
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डॉ रघुवंश प्रसाद सिंह की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर बैरिया पुलिस लाइन में सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा. इसमें राजद, भाजपा और कांग्रेस के नेता समेत कई केंद्रीय और क्षेत्रीय पार्टी के कार्यकर्ता शामिल होंगे. जिसके लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, भाजपा केंद्र सरकार मंत्री अश्वनी चौबे, कांग्रेस के पूर्व मंत्री अखिलेश सिंह समेत कई लोगों ने तैयारियां पूरी कर ली है. बता दें कि पिछले साल 13 सितंबर को दिल्ली एम्स में रघुवंश प्रसाद सिंह का निधन हो गया था. वे कोरोना संक्रमित हो गये थे.
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'मेरे पिताजी के सभी समर्थक और उनसे जुड़े हुए जितने लोग थे, सभी लोगों को श्रद्धाजंलि सभा में आने का न्योता दिया गया है. प्रमुख लोगों में जनता दल यू से प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, वैशाली विधायक, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे समेत कई मंत्रियों ने आने की सहमति जताई है.' -सत्य प्रकाश सिंह, पुत्र, रघुवंश प्रसाद सिंह
डॉक्टर रघुवंश प्रसाद का जन्म 6 जून 1946 को वैशाली जिले के शाहपुर गांव में हुआ था. उन्होंने एलएस कॉलेज और राजेंद्र कॉलेज से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बाद गणित विषय से पीएचडी की डिग्री ली. उसके बाद उन्होंने 1969 से 1974 तक सीतामढ़ी के गोयनका कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर रहते हुए गणित पढ़ाया. पहली बार शिक्षक आंदोलन के दौरान 1970 में जेल गए और पहली बार 1977 में सीतामढ़ी के बेलसंड विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने.
वे बेलसंड विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक चुने गए. कर्पूरी ठाकुर की सरकार में उन्हें बिजली मंत्री का पद मिला. 1994 से 1995 तक विधान परिषद में कार्यकारी सभापति रहे. 1995 से 1996 तक राज्य सरकार में आपदा, बिजली और पुनर्वास विभाग के मंत्री रहे. 1996 में वैशाली से लोकसभा चुनाव जीते और 1998 तक राज्य मंत्री के पद पर रहे. 1998 में दोबारा और 1999 में तीसरी बार सांसद चुने गए. 2004 में चौथी बार रघुवंश प्रसाद लोकसभा पहुंचे और 5 साल ग्रामीण विकास मंत्री रहे. 2009 में 15वीं लोकसभा के लिए वैशाली से पांचवी बार सांसद चुने गए.
इस तरह रघुवंश बाबू 5 बार वैशाली से सांसद रह चुके थे. मंत्री रहते हुए वे वैशाली के विकास के लिए हमेशा आवाज उठाते रहे. उन्होंने अपने अंतिम समय में भी बिहार सरकार पत्र लिखकर वैशाली में 15 अगस्त और 26 जनवरी को सीएम के द्वारा झंडोत्तोलन की इच्छा जाहिर की थी. वहीं लॉकडाउन के दौरान उन्होंने खेती किसानी को मनरेगा के दायरे में लाने की मांग की थी.