मुजफ्फरपुर: जिले में भी गोभी की खेती में किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है. ठंड बढ़ने के साथ ही सब्जियों की कीमत में भारी गिरावट आई है. इससे किसानों की कमर टूट गई है. किसानों को लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रहा है. जिससे परेशान होकर किसान खेतों में ट्रैक्टर चलाकर अपने गोभी की फसल को नष्ट कर रहे हैं.
गोभी की खेती में भारी लागत के बावजूद कुछ नहीं मिलने से किसान खड़ी फसल में ट्रैक्टर चला रहे हैं. जिले के बोचहा के सरफुद्दीनपुर में भी दो किसानों ने गोभी का उचित मूल्य नहीं मिलने से निराश होकर खेत में लगी करीब 10 बीघा फसल पर ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया.
किसान गोभी नष्ट करने को मजबूर
सरफुद्दीनपुर के किसान मनोज चौधरी ने करीब चार लाख रुपये खर्च कर 8 बीघा जमीन पर फूलगोभी की खेती की थी. जहां लागत मूल्य नहीं मिलने से परेशान मनोज ने अपनी खड़ी फसल को खेत में ही ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया. वही इसी गांव की महिला किसान शैल देवी ने भी करीब 1.50 लाख की लागत से करीब दो बीघा जमीन पर कर्ज लेकर खेती की थी. लेकिन लागत भी नहीं मिलने से परेशान शैल देवी ने भी ट्रैक्टर चलवाकर अपनी फसल नष्ट करा कर गेंहू की खेती शुरु कर दी है.
एक से दो रुपये किलो ही बिक रहा फूलगोभी
किसानों की पीड़ा इस बात को लेकर है कि जब तैयार फसल मंडी भेजी तो वहां मुनाफा तो दूर किराया भी घर से देना पड़ा. ऐसे में खेत मे फसल को नष्ट करने का फैसला मजबूरी में लेना पड़ा है. किसान मनोज चौधरी ने बताया कि गोभी का बीज 48 हजार रुपये किलो आया था, जिसमे काफी महंगी पेस्टीसाइड और मजदूरी देने के बाद 8 बीघा में 4 लाख से उपर लागत आई थी. लेकिन अब फूलगोभी महज एक से दो रुपये किलो ही बिक रहा है. जिसमे लागत निकलना संभव नहीं था.