मुजफ्फरपुर: 12 अगस्त को बकरीद और सावन की आखिरी सोमवार होने से लोग कशमकश में थे. इसके बाद हिन्दु और मुस्लिम दोनों समुदायों ने आपसी सद्भाव और भाईचारा दिखाते हुए सोमवार को कुर्बानी नहीं करने का फैसला किया है. छाता बाजार की मस्जिद ने ऐलान किया है कि बाबा गरीबनाथ की नगरी में बाबा गरीब नवाज परिवार के सदस्य के सभी मुसलमान भाईयों के परिवार सोमवार को यहां कुर्बानी नहीं करेंगे.
एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान
लोगों का कहना था कि परिवार के सभी लोग एक साथ मिलकर एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करेंगे. बाबा गरीब नवाज परिवार के सदस्यों ने दो धर्मों के आपसी प्रेम की मिसाल पेश की है. यहां के मुस्लिम समुदाय के लोग सोमवार की जगह मंगलवार को कुर्बानी देंगे. मोहम्मद शाहिद उज्जामा छाता बाजार मस्जिद के इमाम ने बताया कि बकरीद और सावन की आखिरी सोमवारी एक ही दिन पड़ रही है. हिन्दू धर्म के लोगों के लिए यह बेहद ही पाक दिन माना जाता है. उस दिन यहां काफी कावरियों की भीड़ होगी. इसलिए उन्होंने मुहल्ले के 37 परिवारों को बैठाकर समझाया, जिसके बाद मस्जिद से यह ऐलान किया गया.
दिया एकता का संदेश
स्थानीय वार्ड पार्षद के.पी. पप्पू ने बताया कि उन्होंने अपने वार्ड के मुस्लिम धर्म के लोगों से कहा कि बकरीद के दिन उन लोगों को कोई परेशानी नहीं होगी. तब मस्जिद कमिटी के सदस्यों ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए एकता का संदेश दिया और सोमवार को कुर्बानी नहीं करने का फैसला किया.