मुजफ्फरपुर: जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने सप्ताहिक बैठक में ऑनलाइन म्यूटेशन की समीक्षा बैठक की. समीक्षात्मक बैठक में अपर समाहर्ता राजस्व राजेश कुमार ने बताया कि ई-म्यूटेशन के कुल 1,96,844 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें 1,01,804 आवेदनों का डिस्पोजल किया गया और 47,902 रिजेक्ट किये गए. कुल 1,49,706 आवेदनों का निस्तारण किया गया. इस तरह ई-म्यूटेशन के मामले में जिले की उपलब्धि 76.05% रही. अभी भी 47138 केस पेंडिंग हैं.
डिस्पोजल मामले में मुरौल पहले स्थान पर
लक्ष्य के अनुरूप डिस्पोजल के मामले में मुरौल 91.81 प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर है. वहीं, 79.45 प्रतिशत के साथ साहेबगंज और बोचहां दूसरे स्थान पर और 79.20 प्रतिशत के साथ सरैया तीसरे स्थान पर है. जबकि 69.77 प्रतिशत के साथ मड़वन सबसे निचले स्थान पर है. पिछले 15 दिनों की उपलब्धि देखी जाए तो सबसे बेहतर कार्य सकरा अंचल के द्वारा किया गया. उसके बाद मोतीपुर अंचल दूसरे स्थान पर है, जबकि सबसे निचले स्थान पर पारु है. नीचे से दूसरे स्थान पर बोचहां रहा.
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सभी प्रखंडों में 2035 आवेदन पेंडिंग
वहीं, 63 दिन से अधिक के ज्यादा मामले 658 आवेदन कांटी में पेंडिंग हैं. कुढ़नी में 617 पेंडिंग हैं. जबकि बोचहा में जीरो, मुरौल में 2, बन्दरा में 7 और पारू में 8 आवेदन ऐसे हैं जो 63 दिन से अधिक से पेंडिंग हैं. 63 दिन से अधिक कुल (सभी प्रखंडो में) 2035 आवेदन पेंडिंग हैं.
'तेजी से हो आवेदनों का निष्पादन'
जिलाधिकारी ने धीमी प्रगति वाले अंचलों को हिदायत देते हुए कहा कि आवेदनों के निष्पादन की गति यदि यही रही तो कार्रवाई तय है. उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि लक्ष्य के अनुरूप कार्य में तेजी लाना सुनिश्चित करें. ताकि दाखिल खारिज से संबंधित आवेदनों का निष्पादन तीव्र गति से हो सके.