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मुजफ्फरपुर: भारी बारिश से नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी, DM ने गंडक नदी के तटबंध का किया निरीक्षण - गंडक नदी के तटबंध का निरीक्षण

मुजफ्फरपुर में हो लगातार हो रही बारिश ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी है. नेपाल से पानी छोड़ने के कारण गंडक नदी के जल स्तर में वृद्धि होने से नदी के आसपास रहने वाले लोगों को काफी परेशानियां हो रही है. जिसे देखते हुए जिलाधिकारी ने गंडक नदी के तटबंध का निरीक्षण किया है.

निरीक्षण
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Published : Jun 18, 2021, 10:13 PM IST

Updated : Jun 18, 2021, 11:09 PM IST

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले में हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. नदियों में जलस्तर की वृद्धि को देखते हुए जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने आज पारु और साहेबगंज अंचल के अंतर्गत गंडक नदी (Gandak River) के तटबंध का निरीक्षण किया. इस मौके पर कई अधिकारी उपस्थित रहे, जिन्हें आवश्यक निर्देश जारी किया गया.

डीएम ने किया निरीक्षण.
डीएम ने किया निरीक्षण.

इसे भी पढ़ें: Flood In Bagaha: नैनाहा गांव में टूटा एप्रोच पथ, ग्रामीण नाव से कर रहे पलायन

जानिए किन-किन क्षेत्रों का किया निरीक्षण
बता दें कि निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पारु अंचल के फतेहाबाद, बैजलपुर कल्याण रिंग बांध, उस्ती, सिंगयाहि, चक देवरिया, माधवपुर बुजुर्ग ,घरफरी, चांद केवारी,सोहांसी समेत साहिबगंज अंचल अंतर्गत पचरुखिया, दोबंधा, रूप छपरा, पंचगछिया, बंगरा निजामत, देवसर असली, बासुदेवपुर सराय, माधोपुर हजारी इत्यादि से सम्बंधित तटबंधों का निरीक्षण किया है.

गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि
कार्यपालक अभियंता गंडक परियोजना के माध्यम से दी गई जानकारी के अनुसार नेपाल से पानी छोड़ने के कारण गंडक नदी के जल स्तर में वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि आज अधिक से अधिक डिस्चार्ज की स्थिति है. रात 8:00 बजे के बाद पानी धीरे-धीरे वापस होगा और तीन-चार दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी.

ये भी पढ़ें: Flood Situation in Bettiah: हर साल बाढ़ आते ही टापू बन जाता है ये गांव, जानें वजह..

जिलाधिकारी ने की बैठक
जिलाधिकारी प्रणव कुमार (District Magistrate Pranav Kumar) ने साहेबगंज प्रखंड मुख्यालय में पदाधिकारियों के साथ एक बैठक भी की. इस बैठक में पारू और साहेबगंज अंचल में संभावित बाढ़ की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली गई. वहीं जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पानी से घिरे गांव में प्रत्येक वार्ड में एक नाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.

पॉलिथीन सीट उपलब्ध कराने का निर्देश
तटबंध पर शरण लिए हुए परिवारों को पॉलिथीन सीट (Polythene Seat) उपलब्ध कराने का निर्देश संबंधित अंचल अधिकारियों को दिया गया. दोनों कार्यपालक अभियंता को लगातार तटबंध की निगरानी करने और आक्राम्य और संवेदनशील बिंदुओं की मरम्मत करने का निर्देश दिया गया. इसके साथ ही जिलाधिकारी ने क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मती करने का निर्देश सहायक अभियंता ग्रामीण कार्य प्रमंडल पश्चिमी को दिया.

प्रशासन के माध्यम से रखी जा रही नजर
अंत में जिलाधिकारी ने इस संबंध में जिलावासियों से अपील की है कि स्थिति बिल्कुल ही नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. प्रशासन के माध्यम से लगातार हालात पर नजर रखी जा रही है. जिलाधिकारी ने लोगों से अफवाहों से बचने को कहा है.

बगहा में भी बाढ़ का कहर
बता दें कि बिहार के बगहा (Bagaha) जिले के दियारावर्ती इलाकों में भी बाढ़ का कहर देखने को मिला है. मधुबनी और भितहां प्रखण्ड के कई गांव अब भी बाढ़ में डूबे हुए हैं. यहां दोनों प्रखंड के गांवों को जोड़ने वाला एप्रोच पथ तकरीबन 20 फीट ध्वस्त हो गया है. जिसके बाद लोग प्रशासनिक मदद का इंतेजार कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग नाव का सहारा ले रहे हैं, जबकि कुछ ग्रामीण तटबंध पर शरण लिए हुए हैं.

पश्चिम चंपारण में बाढ़ ने मचाई तबाही
वहीं दूसरी ओर पश्चिम चंपारण जिले की बात करे तो यहां भी बाढ़ से लोगों की स्थिति दयनीय हो गई है. जिले में लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ चुका है. नदियों का पानी अब गांव की तरफ तेजी से प्रवेश कर रहा है. ऐसे में मझौलिया प्रखंड के बरवा सेमरा पंचायत (Barwa Semra Panchayat) के कई गांव टापू (Flood Situation in Bettiah) बन चुका है. सेमरा गांव के ग्रामीणों के लिए एकमात्र सहारा नाव ही है, लेकिन फिलहाल उसकी भी व्यवस्था नहीं की गई है.

मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले में हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. नदियों में जलस्तर की वृद्धि को देखते हुए जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने आज पारु और साहेबगंज अंचल के अंतर्गत गंडक नदी (Gandak River) के तटबंध का निरीक्षण किया. इस मौके पर कई अधिकारी उपस्थित रहे, जिन्हें आवश्यक निर्देश जारी किया गया.

डीएम ने किया निरीक्षण.
डीएम ने किया निरीक्षण.

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जानिए किन-किन क्षेत्रों का किया निरीक्षण
बता दें कि निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने पारु अंचल के फतेहाबाद, बैजलपुर कल्याण रिंग बांध, उस्ती, सिंगयाहि, चक देवरिया, माधवपुर बुजुर्ग ,घरफरी, चांद केवारी,सोहांसी समेत साहिबगंज अंचल अंतर्गत पचरुखिया, दोबंधा, रूप छपरा, पंचगछिया, बंगरा निजामत, देवसर असली, बासुदेवपुर सराय, माधोपुर हजारी इत्यादि से सम्बंधित तटबंधों का निरीक्षण किया है.

गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि
कार्यपालक अभियंता गंडक परियोजना के माध्यम से दी गई जानकारी के अनुसार नेपाल से पानी छोड़ने के कारण गंडक नदी के जल स्तर में वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि आज अधिक से अधिक डिस्चार्ज की स्थिति है. रात 8:00 बजे के बाद पानी धीरे-धीरे वापस होगा और तीन-चार दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी.

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जिलाधिकारी ने की बैठक
जिलाधिकारी प्रणव कुमार (District Magistrate Pranav Kumar) ने साहेबगंज प्रखंड मुख्यालय में पदाधिकारियों के साथ एक बैठक भी की. इस बैठक में पारू और साहेबगंज अंचल में संभावित बाढ़ की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली गई. वहीं जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पानी से घिरे गांव में प्रत्येक वार्ड में एक नाव की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.

पॉलिथीन सीट उपलब्ध कराने का निर्देश
तटबंध पर शरण लिए हुए परिवारों को पॉलिथीन सीट (Polythene Seat) उपलब्ध कराने का निर्देश संबंधित अंचल अधिकारियों को दिया गया. दोनों कार्यपालक अभियंता को लगातार तटबंध की निगरानी करने और आक्राम्य और संवेदनशील बिंदुओं की मरम्मत करने का निर्देश दिया गया. इसके साथ ही जिलाधिकारी ने क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मती करने का निर्देश सहायक अभियंता ग्रामीण कार्य प्रमंडल पश्चिमी को दिया.

प्रशासन के माध्यम से रखी जा रही नजर
अंत में जिलाधिकारी ने इस संबंध में जिलावासियों से अपील की है कि स्थिति बिल्कुल ही नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. प्रशासन के माध्यम से लगातार हालात पर नजर रखी जा रही है. जिलाधिकारी ने लोगों से अफवाहों से बचने को कहा है.

बगहा में भी बाढ़ का कहर
बता दें कि बिहार के बगहा (Bagaha) जिले के दियारावर्ती इलाकों में भी बाढ़ का कहर देखने को मिला है. मधुबनी और भितहां प्रखण्ड के कई गांव अब भी बाढ़ में डूबे हुए हैं. यहां दोनों प्रखंड के गांवों को जोड़ने वाला एप्रोच पथ तकरीबन 20 फीट ध्वस्त हो गया है. जिसके बाद लोग प्रशासनिक मदद का इंतेजार कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग नाव का सहारा ले रहे हैं, जबकि कुछ ग्रामीण तटबंध पर शरण लिए हुए हैं.

पश्चिम चंपारण में बाढ़ ने मचाई तबाही
वहीं दूसरी ओर पश्चिम चंपारण जिले की बात करे तो यहां भी बाढ़ से लोगों की स्थिति दयनीय हो गई है. जिले में लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ चुका है. नदियों का पानी अब गांव की तरफ तेजी से प्रवेश कर रहा है. ऐसे में मझौलिया प्रखंड के बरवा सेमरा पंचायत (Barwa Semra Panchayat) के कई गांव टापू (Flood Situation in Bettiah) बन चुका है. सेमरा गांव के ग्रामीणों के लिए एकमात्र सहारा नाव ही है, लेकिन फिलहाल उसकी भी व्यवस्था नहीं की गई है.

Last Updated : Jun 18, 2021, 11:09 PM IST
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