मुजफ्फरपुर: छठ महापर्व के बाद परदेस लौटने वाले परदेसियों से ट्रेन में काफी भीड़ है. रक्सौल से हावड़ा जाने वाली मिथिला एक्प्रेस में गुरुवार को यात्रियों के चढ़ने के दौरान पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इस दौरान पुलिस ने हल्का-फुल्का लाठी भी चलाया. स्लीपर कोच में यात्री की भीड़ जनरल बोगी से भी अधिक रही.
कंफर्म टिकट वालों को परेशानी: ट्रेनों में अत्यधिक भीड़ है, जिस वजह से महिलाओं और बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा परेशानी हो रही है. वहीं भीड़ की वजह से कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को सीट पर बैठने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. वहीं कई ऐसे यात्री भी थे, जिनके पास टिकट तो थी लेकिन वह ट्रेन में नहीं चढ़ पाए.
"मुझे अपने घर जाना था. मेरे पास टिकट भी थी, लेकिन ट्रेन में भीड़ के कारण नहीं चढ़ पाई."- परवीना प्रवीण, परेशान यात्री
आरपीएफ और जीआरपी तैनात: स्टेशनों और ट्रेनों में भीड़ को देखते हुए आरपीएफ और जीआरपी पुलिस मौके पर तैनात रही. जेनरल और स्लीपर कोच में यात्रियों के बीच हो रही धक्का-मुक्की को रोकने के लिए पुलिस ने हल्की-फुल्की लाठी चटकाई. वहीं जो यात्री गेट पर लटक कर जा रहे थे, वैसे यात्री को भी पुलिस ने चेतवानी दी.
ट्रेनों के आने पर 15 मिनट का अंतराल: बताते चलें कि स्टेशन डॉयरेक्टर मनोज कुमार ने पहले दिन के भीड़ की समीक्षा की थी. उन्होंने स्टेशन प्रबंधक अखिलेश कुमार और अन्य पदाधिकारियों से फीडबैक लिया. समीक्षा के दौरान स्टेशन डॉयरेक्टर ने पैनल पर कार्यरत कर्मियों को प्रोटोकॉल के मानकों का शत प्रतिशत लागू कर गाड़ियों के परिचालन का निर्देश दिया. साथ ही कहा कि प्लेटफॉर्म पर एक ट्रेन के पहुंचने और खुलने के बाद दूसरे ट्रेन के लिए 15 मिनट का अंतराल रखना है.
भीड़ संभालने के लिए रेलवे प्रशासन अलर्ट: इधर, स्टेशन डॉयरेक्टर मनोज कुमार ने सभी पदाधिकारियों को सजग, सतर्क और मजबूती से ड्यूटी करने को कहा. रेलवे की ओर से अवध, असम और सप्तक्रांति एक्सप्रेस में अधिक भीड़ होने की संभावना व्यक्त की गयी है. इसे लेकर आरपीएफ भी अपनी ओर से पूरा तैयार है. तीन शिफ्ट में जंक्शन के एक दर्जन पोस्ट पर पदाधिकारी और जवानों को तैनात किया गया है.
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