मुजफ्फरपुर: जिले के सदर अस्तपाल के चर्चित वरीय लिपिक (सीनियर क्लर्क) सुबोध ओझा के कई ठिकानों पर गुरुवार को विजिलेंस की अचानक छापेमारी से हड़कंप मच गया. सूत्रों के अनुसार जिले के सदर थाना क्षेत्र के खबरा पैतृक आवास से लेकर अन्य ठिकानों पर निगरानी की टीम छापा मार रही है.
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सीनियर क्लर्क के कई ठिकानों पर छापा: बता दें कि सुबोध ओझा ने मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल से अपनी ऐसी पहचान बनाई है कि आज उन्हें जिले के सभी लोग जानते हैं. । स्थानीय सूत्रों की मानें तो कोरोना काल मे मजफ्फरपुर के सदर अस्पताल में हुए 780 कर्मियों की बहाली और फिर बहाली की प्रक्रिया निरस्त करने के मामले में अचानक सुबोध ओझा का नाम बड़े पैमाने पर चर्चाओं में आ गया था.
आय से अधिक संपत्ति का मामला: इस मामले में बड़े स्तर पर पैसों का खेल हुआ था. स्थानीय लोगों की मानें तो सुबोध ओझा ने कई तरह के बिजनेस स्थापित किए हैं. आईटीआई कॉलेज से लेकर कई प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और योगा सेंटर भी अपने परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर संचालित कर रहे हैं. साथ ही साथ कई प्रॉपर्टी, कई लक्जरी गाड़ियां और बेशकीमती मकान भी अपने परिवार के विभिन्न सदस्यों के नाम से अर्जित कर चुके हैं.
सदर अस्पताल के क्लर्क और कर्मियों में हड़कंप: हालांकि यह तो निगरानी टीम की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि कितनी अकूत संपति इनके पास से मिली है. फिलहाल अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रहे हैं. माना जा रहा है कि कार्रवाई की जद में और भी कई नाम आ सकते हैं. फिलहाल इस कार्रवाई से सदर अस्पताल के क्लर्क से लेकर कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा है.