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Muzaffarpur News: कोर्ट के रिलीज ऑर्डर के बाद भी 7 साल से जेल में बंद हैं भगवान राम, लक्ष्मण और सीता, जानें क्या है पूरा मामला

मुजफ्फरपुर के साहेबगंज थाना का मालखाना में सात वर्षों से बरामद अष्टधातु की मूर्ति रखी हुई है. अब जब अप्रैल में कोर्ट से रिलीज ऑर्डर आ गया है, तो थाना मालखाने में मूर्ति खोज रही है. थानाध्यक्ष का कहना है कि मालखाने से मूर्ति खोजकर दे दी जाएगी. ऐसे में अपर लोक अभियोजक ने थाने से मूर्ति गायब होने की भी आशंका जताई है. पढ़ें पूरी खबर..

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Published : Jul 1, 2023, 8:30 PM IST

Updated : Jul 2, 2023, 11:17 AM IST

एपीपी का बयान

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर में सात साल पहले एक मंदिर से गायब अष्टधातु की मूर्ति पुलिस ने बरामद कर थाने में जमा की थी. अब इतने दिनों बाद जब कोर्ट से रिलीज ऑर्डर आ गया है तो थाने के मालखाने में मूर्ति नहीं मिल रही है. डेढ़ महीना बीत जाने के बाद भी पुलिस साहेबगंज थाना का मालखाना से मूर्ति नहीं खोज सकी है. इस पर एपीपी विनोद अग्रवाल ने सवाल उठाया है. उनका साफ कहना है कि कहीं मालखाने से मूर्ति गायब तो नहीं हो गई. एसएसपी को जिले के सभी मालखाने का फिजिकल वेरिफिकेशन कराना चाहिए.

ये भी पढ़ें : पटना के मंदिर में चोरी, भगवान विष्णु की अष्टधातु की मूर्ति लेकर चोर फरार

मालखाने से मूर्ति गायब होने की आशंका : अपर लोक अभियोजक विनोद कुमार अग्रवाल ने कहा कि जैसे गायब मूर्ति मिली उसे थानाध्यक्ष ने थाना के मालखाने में रख दिया. कोर्ट से मूर्ति का रिलीज ऑर्डर आए डेढ़ माह हो गया है. अभी तक मूर्ति थाने से नहीं दी गई है. इस पर थानाध्यक्ष का कहना है कि हम मालखाने में मूर्ति खोज रहे हैं. अभी तक मिला नहीं है. जैसे ही मिल जाएगा, मूर्ति दे देंगे. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर मूर्ति गई कहां? मूर्ति अष्टधातु की है और काफी कीमती है. कहीं ऐसा तो नहीं मालखाने से ही मूर्ति गायब हो गई हो. क्योंकि यह कोई सूई तो है नहीं.

"जैसे गायब मूर्ति मिली उसे थानाध्यक्ष ने थाना के मालखाने में रख दिया. कोर्ट से मूर्ति का रिलीज ऑर्डर दिये हुए डेढ़ माह हो गया है. अभी तक मूर्ति थाने से नहीं दी गई है. इस पर थानाध्यक्ष का कहना है कि हम मालखाने में मूर्ति खोज रहे हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर मूर्ति गई कहां? मूर्ति अष्टधातु की है और काफी कीमती है. कहीं ऐसा तो नहीं मालखाने से ही मूर्ति गायब हो गई हो. क्योंकि यह कोई सूई तो है नहीं" - विनोद कुमार अग्रवाल, अपर लोक अभियोजक

डेढ़ माह से मालखाने में मूर्ति खोज रही पुलिस : विनोद अग्रवाल ने कहा कि डेढ़ माह से मालखाने में मूर्ति मिली ही नहीं, ऐसा हो नहीं सकता. उन्होंने कहा कि अभी कांटी थाने का इसी तरह का केस है, इसमें आईओ के ऊपर गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है. इसमें पिछले 20 साल से कांटी थाने के मालखाने में पिस्टल और गोली है और अबतक आईओ गवाही के लिए नहीं आते हैं, एग्जिबिट के लिए पिस्टल और गोली नहीं आया है. ऐसे में पिस्टल और गोली तो गायब हो जाएगी तो इसकी जवाबदेही कौन लेगा.

एसएसपी से की मालखाने के फिजिकल वेरिफिकेशन की मांग : एपीपी ने कहा कि ऐसे में मेरा कहना है कि एसएसपी मुजफ्फरपुर को जिले के सारे थाने के मालखाने का फिजिकल वेरिफिकेशन करना चाहिए. इसमें पता चल जाएगा कि मालखाने में कौन सा सामान है. कौन समान बर्बाद हो रहा है. कौन सा समान एग्जिबिट के लिए आया या नहीं आया. यह सब एसएसपी को देखना चाहिए. जहां तक सवाल मूर्ति का है तो यह अष्टधातु की है. यह साहेबगंज के नजदीक एक मंदिर के पुनर्निर्माण के दौरान गायब हो गई थी. मूर्ति तो मिल गई, थाने में रखी गई. मूर्ति कोई सूई नहीं है कि कहीं खो जाएगी. फिर भी डेढ़ माह से थाने से मूर्ति मिल नहीं रही है.

2016 में चोरी हुई थी मूर्ति : गौरतलब है कि साहेबगंज थाना क्षेत्र के प्रतापपट्टी मुहल्ला स्थित बलराम दास रामजानकी मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य चल रहा था और इसी क्रम में मंदिर का दरवाजा तोड़ कर चोरों ने अष्टधातु की बनी हुई माता सीता और लक्ष्मण जी की मूर्तियां चोरी कर ली थी. इसे लेकर 22 जून 2016 को थाना में मंदिर के पुजारी दयानंद मिश्र ने मूर्ति चोरी की एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद दास पोखर जिराती टोला के परिसर में ही दोनों मूर्तियां बरामद हुई. साहेबगंज थाना ने उन मूर्तियों को जब्त कर थाना ले आई.

अप्रैल में मिला रिलीज ऑर्डर : इसके बाद पुजारी ने 20 मार्च 2017 को तब उप खण्ड न्यायिक दंडाधिकारी पश्चिमी के यहां मूर्ति रिलीज की कराने की गुहार लगाई. इसके बाद कोर्ट ने 23 मार्च 2017 को थाना से प्रतिवेदन मांगा. तब उस समय में तत्कालीन थानाध्यक्ष नवीन कुमार ने 28 मार्च 2017 को कोर्ट में प्रतिवेदन समर्पित किया था. इसके बाद 27 अप्रैल 2023 को कोर्ट द्वारा रिलीज ऑर्डर जारी किया गया है. इसके बाद मूर्तियां रिलीज कराने के लिए थाना का चक्कर लगाते लगाते लोग थक चुके हैं, किंतु थाना ने डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी मूर्ति रिलीज नहीं किया है.

एपीपी का बयान

मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर में सात साल पहले एक मंदिर से गायब अष्टधातु की मूर्ति पुलिस ने बरामद कर थाने में जमा की थी. अब इतने दिनों बाद जब कोर्ट से रिलीज ऑर्डर आ गया है तो थाने के मालखाने में मूर्ति नहीं मिल रही है. डेढ़ महीना बीत जाने के बाद भी पुलिस साहेबगंज थाना का मालखाना से मूर्ति नहीं खोज सकी है. इस पर एपीपी विनोद अग्रवाल ने सवाल उठाया है. उनका साफ कहना है कि कहीं मालखाने से मूर्ति गायब तो नहीं हो गई. एसएसपी को जिले के सभी मालखाने का फिजिकल वेरिफिकेशन कराना चाहिए.

ये भी पढ़ें : पटना के मंदिर में चोरी, भगवान विष्णु की अष्टधातु की मूर्ति लेकर चोर फरार

मालखाने से मूर्ति गायब होने की आशंका : अपर लोक अभियोजक विनोद कुमार अग्रवाल ने कहा कि जैसे गायब मूर्ति मिली उसे थानाध्यक्ष ने थाना के मालखाने में रख दिया. कोर्ट से मूर्ति का रिलीज ऑर्डर आए डेढ़ माह हो गया है. अभी तक मूर्ति थाने से नहीं दी गई है. इस पर थानाध्यक्ष का कहना है कि हम मालखाने में मूर्ति खोज रहे हैं. अभी तक मिला नहीं है. जैसे ही मिल जाएगा, मूर्ति दे देंगे. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर मूर्ति गई कहां? मूर्ति अष्टधातु की है और काफी कीमती है. कहीं ऐसा तो नहीं मालखाने से ही मूर्ति गायब हो गई हो. क्योंकि यह कोई सूई तो है नहीं.

"जैसे गायब मूर्ति मिली उसे थानाध्यक्ष ने थाना के मालखाने में रख दिया. कोर्ट से मूर्ति का रिलीज ऑर्डर दिये हुए डेढ़ माह हो गया है. अभी तक मूर्ति थाने से नहीं दी गई है. इस पर थानाध्यक्ष का कहना है कि हम मालखाने में मूर्ति खोज रहे हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर मूर्ति गई कहां? मूर्ति अष्टधातु की है और काफी कीमती है. कहीं ऐसा तो नहीं मालखाने से ही मूर्ति गायब हो गई हो. क्योंकि यह कोई सूई तो है नहीं" - विनोद कुमार अग्रवाल, अपर लोक अभियोजक

डेढ़ माह से मालखाने में मूर्ति खोज रही पुलिस : विनोद अग्रवाल ने कहा कि डेढ़ माह से मालखाने में मूर्ति मिली ही नहीं, ऐसा हो नहीं सकता. उन्होंने कहा कि अभी कांटी थाने का इसी तरह का केस है, इसमें आईओ के ऊपर गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है. इसमें पिछले 20 साल से कांटी थाने के मालखाने में पिस्टल और गोली है और अबतक आईओ गवाही के लिए नहीं आते हैं, एग्जिबिट के लिए पिस्टल और गोली नहीं आया है. ऐसे में पिस्टल और गोली तो गायब हो जाएगी तो इसकी जवाबदेही कौन लेगा.

एसएसपी से की मालखाने के फिजिकल वेरिफिकेशन की मांग : एपीपी ने कहा कि ऐसे में मेरा कहना है कि एसएसपी मुजफ्फरपुर को जिले के सारे थाने के मालखाने का फिजिकल वेरिफिकेशन करना चाहिए. इसमें पता चल जाएगा कि मालखाने में कौन सा सामान है. कौन समान बर्बाद हो रहा है. कौन सा समान एग्जिबिट के लिए आया या नहीं आया. यह सब एसएसपी को देखना चाहिए. जहां तक सवाल मूर्ति का है तो यह अष्टधातु की है. यह साहेबगंज के नजदीक एक मंदिर के पुनर्निर्माण के दौरान गायब हो गई थी. मूर्ति तो मिल गई, थाने में रखी गई. मूर्ति कोई सूई नहीं है कि कहीं खो जाएगी. फिर भी डेढ़ माह से थाने से मूर्ति मिल नहीं रही है.

2016 में चोरी हुई थी मूर्ति : गौरतलब है कि साहेबगंज थाना क्षेत्र के प्रतापपट्टी मुहल्ला स्थित बलराम दास रामजानकी मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य चल रहा था और इसी क्रम में मंदिर का दरवाजा तोड़ कर चोरों ने अष्टधातु की बनी हुई माता सीता और लक्ष्मण जी की मूर्तियां चोरी कर ली थी. इसे लेकर 22 जून 2016 को थाना में मंदिर के पुजारी दयानंद मिश्र ने मूर्ति चोरी की एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद दास पोखर जिराती टोला के परिसर में ही दोनों मूर्तियां बरामद हुई. साहेबगंज थाना ने उन मूर्तियों को जब्त कर थाना ले आई.

अप्रैल में मिला रिलीज ऑर्डर : इसके बाद पुजारी ने 20 मार्च 2017 को तब उप खण्ड न्यायिक दंडाधिकारी पश्चिमी के यहां मूर्ति रिलीज की कराने की गुहार लगाई. इसके बाद कोर्ट ने 23 मार्च 2017 को थाना से प्रतिवेदन मांगा. तब उस समय में तत्कालीन थानाध्यक्ष नवीन कुमार ने 28 मार्च 2017 को कोर्ट में प्रतिवेदन समर्पित किया था. इसके बाद 27 अप्रैल 2023 को कोर्ट द्वारा रिलीज ऑर्डर जारी किया गया है. इसके बाद मूर्तियां रिलीज कराने के लिए थाना का चक्कर लगाते लगाते लोग थक चुके हैं, किंतु थाना ने डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी मूर्ति रिलीज नहीं किया है.

Last Updated : Jul 2, 2023, 11:17 AM IST
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