मुजफ्फरपुर ः बिहार के मुजफ्फरपुर विश्वविद्यालय थाने में बिहार यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी समेत 4 लोगों के खिलाफ गुरुवार को एफआईआर दर्ज की गई है. इसमें विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी विनोद राय और वित्तीय सलाहकार जेपी शर्मा भी शामिल हैं. क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक डॉ. देवेंद्र प्रसाद ने थाने में उनके खिलाफ शिकायत की थी.
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कुलपति के खिलाफ थाने में मामला दर्जः वहीं, थाने में दर्ज इस मामले पर अब विवाद भी खड़ा हो गया है. बीआरएबीयू पीजी शिक्षक और कर्मचारी संघ शिक्षा विभाग के विरोध में उतर आए हैं. कर्मचारियों का कहना है कि यूनिवर्सिटी के वीसी और रजिस्ट्रार पर केस करने के लिए पहले राजभवन से अनुमति लेनी होती है, लेकिन विभाग ने ऐसा नहीं किया. संघ ने इस मामले में आंदोलन का ऐलान किया है. इससे विश्वविद्यालय में कक्षाएं और परीक्षाएं स्थगित रहेंगी.
"एफआईआर दर्ज कराने के लिए आरडीडीई ने 55 पेज का वित्तीय अनियमितता का साक्ष्य भी दिया है. इसी के आलोक में आईपीसी की धारा 409, 120 और 34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. मामले की जांच जारी है"- अरशद नोमान, विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष
जांच में सामने आईं गड़बड़ियांः कई बता दें कि शिक्षा विभाग ने बीते दिनों टीम भेजकर बीआरए बिहार यूनिवर्सिटी का ऑडिट कराया था. इसमें कई गड़बड़ियां सामने आई थीं. इन गड़बड़ियों में बिना निविदा के 38 लाख की स्टेशनरी खरीदने, बिना क्रय समिति के प्रिंटिंग का 58.62 लाख भुगतान आदि शामिल था. उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी ने 24 घंटे में इन सभी पर वित्तीय अनियमितता के आरोप में मामला दर्ज कराने को कहा था.