मुजफ्फरपुर: उत्तर बिहार में नदियां लगातार तबाही मचा रही है. बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. बाढ़ का पानी नए इलाकों के साथ-साथ शहरी क्षेत्र के उत्तरी इलाकों में भी तेजी से फैलने लगा है. शहर के जीराेमाइल, सहवाजपुर और विजय छपरा के इलाके में तेजी से पानी प्रवेश कर रहा है. जिस वजह से लोग अपने घरों को खाली कर ऊंचे जगह की ओर पलायन कर रहे हैं.
खतरे के निशान से 1 मीटर ऊपर बह रही बूढ़ी गंडक
सिकंदरपुर के पास बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के लाल निशान से करीब एक मीटर ऊपर बह रही है.ै। इस वजह से जीरोमाइल चाैक के निकट बने अहियापुर थाना के नए भवन के आसपास के क्षेत्राें में तेजी से पानी फैल रहा है. इसके साथ ही विजयी छपरा, रसूलपुर जीलानी और सहबाजपुर के 100 से अधिक घराें के साथ-साथ झपहा में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर रहा है.
![बाढ़ के पानी में डुबे हुए घर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/bh-muz-01-budhi-gandak-ka-kahar-jari-avb-7209037_31072020134816_3107f_1596183496_58.jpg)
वहीं, जल संसाधन विभाग की माने तो ने बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर में अभी और वृद्धि की संभावना है. बाढ़ के पानी नए इलाके में प्रवेश करने के कारण लोग अपने घर को छोड़ आवश्यक सामानाें के साथ सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं.
'जिला मुख्यालय से हुआ भंग'
इसके अलावे मुशहरी प्रखंड के रजवाड़ा बांध के भीतर बसे पांच गांवों बाढ़ का पानी पूरी तरह से फैल चुका है. मिल रही जानकारी के अनुसार इन इलाके में अभी भी लगभग 6 हजार से अधिक की आबादी फंसी हुई है. बांध के भीतर बसे गांव के लोगों का जिला मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालय से संपर्क पूरी तरह से भंग हो चुका है. इलाके के लोग अपने घर को छोड़कर ऊंचे स्थान पर शरण लिये हुए हैं.