मुजफ्फरपुर: सकरा थाना क्षेत्र के सिराजाबाद गांव में संपत्ति विवाद के कारण भाई ने भाई की हत्या कर दी. गुरुवार को पोस्टमॉर्टम के बाद मृतक का शव जब गांव में पहुंचा तो अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई. मृतक की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. स्थानीय लोगों ने कहा कि भाई अगर वक्त पर पैसा दे देता तो इतनी बडी घटना नहीं घटती.
मामूली विवाद में हुई हत्या
बता दें कि 26 अक्टूबर की दोपहर गांव में धर्मेंद्र राय और हरेंद्र राय के बीच बीस हजार रुपये को लेकर विवाद हुआ था. वहीं, करीब 2 महीने पहले शौचालय के विवाद को लेकर गांव में पंचायत आयोजित की गई थी. जिसमें हरिंदर राय को शौचालय के एवज में धर्मेंद्र राय को बीस हजार रुपये देना था. वक्त बीतने के बाद जब हरिंदर राय पैसा नहीं दिया तो धर्मेंद्र राय ने 26 की दोपहर हरिंदर राय से पैसे की मांग की. पैसा के विवाद को लेकर दोनों भाइयों में मारपीट की नौबत आ गई. मारपीट की स्थिति को देखते हुए हरेंद्र राय की पत्नी ममता देवी ने धर्मेंद्र पर बॉस से वार कर दिया. दोनों में जमकर मारपीट शुरू हो गई. हरेंद्र राय की पत्नी ममता गांव के सुबोध राय, गणेश राय, अशोक राय, भागवत राय, रोशन कुमार, अशोक राम को बुलाकर धर्मेंद्र राय के साथ जमकर मारपीट की.
मुखिया ने दी सहायता राशि
घायल अवस्था में 26 अक्टूबर को ही धर्मेंद्र को मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया. जहां बेहतर इलाज के लिए उसे पीएमसीएच भेज दिया. बताया जाता है कि इलाज के दौरान ही धर्मेंद्र की मौत बुधवार को हो गई. गुरुवार को शव गांव में आते ही कोहराम मच गया. परिजनों का कहना है कि दोनों भाइयों के बीच संपत्ति का विवाद करीब 15 लाख से अधिक था. लेकिन पंचों ने शौचालय के विवाद को तत्काल खत्म करते हुए हरेंद्र राय पर बीस हजार का जुर्माना किया था. लेकिन दबंगई के कारण हरिंदर पैसा नहीं दे रहा था और धर्मेंद्र को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. इस संदर्भ में सकरा थाना में धर्मेंद्र राय के पुत्र सुधीर कुमार की ओर से लिखित आवेदन दिया गया है. जिसमें 8 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है. पुलिस का कहना है कि मामले के संदर्भ में जांच चल रही है. पंचायत के मुखिया की ओर से कबीर अंत्येष्टि के तहत 3 हजार रुपये परिजनों को दी गई है.