मुजफ्फरपुरः मुजफ्फरपुर रेड लाइट एरिया में पली बढ़ी एक बेटी ने ऐसा कमाल किया कि लोग मिठाई बांट रहे हैं. रेड लाइट एरिया की बेटी नसीमा खातून राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की सलाहकार (Naseema Khatoon becomes advisor to NHRC) नियुक्त की गयी हैं. नसीमा खातून बिहार के मुजफ्फरपुर में स्थित ’रेड लाइट एरिया’ चतुर्भुज स्थान में जन्मी और यहीं रहकर पढ़ाई पूरी की. नसीमा के आयोग के सलाहकार कोर ग्रुप कि सदस्य की सूची में शामिल होने के बाद इलाके की महिलाओं और बच्चों में खुशी की लहर दौड़ गई है.
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सेक्स वर्कर की बेटी बनी NHRC सलाहकार : नसीमा खातून ने बताया कि अपने वंचित समाज के हक व अधिकार की लड़ाई अब आगे बढ़ रही है. समाज के सभी बुजुर्गों के आशीर्वाद व साथियों के प्यार व कामना से राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जवाबदेही मिली है. देश की सर्वोच्च न्यायिक संगठन मानव अधिकार आयोग की ओर से मानवाधिकार रक्षकों और गैर सरकारी संगठनों पर NHRC (National Human Rights Commission) के सलाहकार कोर ग्रुप में सदस्य के रूप में शामिल होने का मौका दिया गया है.
मुजफ्फरपुर रेड लाइट एरिया में पली-बढ़ी नसीमा : आयोग ने देश स्तर पर विभिन्न अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को लेकर एक कमेटी बनाई है. जिसमें नसीमा को भी स्थान दिया गया है. नसीमा ने कहा कि अब वंचित लोगों की आवाज देश के सबसे बड़ी न्यायिक फोरम पर मजबूती के साथ उठेगी. नई जवाबदेही के लिए मानव अधिकार आयोग के सभी पदाधिकारियों के प्रति आभार प्रकट की. नसीमा ने कहा कि बिहार के लगभग सभी जिलों में रेड लाइट एरिया है. वह रेड लाइट एरिया की बेटी है. यहां जन्म ली और यही बढ़ी है. पिछले दो दशक से रेड लाइट एरिया के लोगों को संवैधानिक अधिकार दिलाने व बेटियों को शिक्षा से जोड़ने के लिए पहल कर रही है. इसी कड़ी में वह परचम संगठन के माध्यम से जगह-जगह पर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को शिक्षा व अपने अधिकार के प्रति जागरूक कर रही है.
"वंचित समाज के हक व अधिकार की लड़ाई अब आगे बढ़ रही है. समाज के सभी बुजुर्गों के आशीर्वाद व साथियों के प्यार व कामना से राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी जवाबदेही मिली है. देश की सर्वोच्च न्यायिक संगठन मानव अधिकार आयोग की ओर से NHRC के सलाहकार कोर ग्रुप की सदस्य के रूप में शामिल होने का मौका दिया गया है" -नसीमा खातून, NHRC सलाहकार
इलाके की बेटियों को शिक्षा-रोजगार से जोड़ रहीं : इसके साथ यहां के बच्चों को लिखने व अपनी बातों को रखने के लिए बेहतर मौका मिले इसके लिए जुगनू हस्तलिखित पत्रिका निकालती है. हाल के दिनों में मुजफ्फरपुर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के नेतृत्व में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव संदीप अग्निहोत्री के सहयोग से इलाके के लोगों के बीच कानूनी जागरुकता अभियान चल रही है. इसके साथ मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी प्रणव कुमार की अध्यक्षता में जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार सिंह के सहयोग से क्षेत्र के महिलाओं को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराए गए हैं. यहां की महिलाएं जोहरा संवर्धन ग्रुप, जुगनू रेडीमेड गारमेंट के नाम से संगठन बनाकर सिलाई कटाई का काम कर अपने जीवकोपार्जन को आगे आई है.
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रेड लाइट एरिया में खुशी की लहरः मानवाधिकार आयोग में मुजफ्फरपुर के रेड लाइट एरिया से सदस्य बनाए जाने पर रेड लाइट एरिया की महिलाओं और बच्चों में खुशी की लहर दौड़ गई है. इससे यह कहा जा सकता है कि कभी उत्तर बिहार में नर्तकियों के लिए मशहूर मुजफ्फरपुर का रेड लाइट एरिया बाद में चलकर देह व्यापार का केंद्र बन गया था, वहां नसीमा ने एक ऐसा मिसाल पेश की है. शहर में यह चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग कह रहे हैं कि बदनाम गली में भी रहकर हीरे निकल सकते हैं. अब नसीमा का एकमात्र मिशन है वंचित महिलाओं और बच्चों को उचित शिक्षा उपलब्ध कराना, जिस पर वह लगातार काम कर रही है.