मुजफ्फरपुर : बिहार सरकार अपनों को छोड़ दूसरे राज्यों की मदद में लगी है, ऐसा कहना गलत नहीं है क्योंकि बिहार सरकार ने लॉकडाउन में अपने राज्य के बच्चों व मजदूरों सहित अन्य को दूसरे राज्यों से लाने में जहां अपने हाथ खड़ा करते दिख रही है.
बसों का भेजा जत्था
हैरत की बात यह है कि कई राज्य बाहर फंसे अपने लोगों को घर बुला रही है. बंगाल सरकार ने भी कोटा में फंसे अपने राज्य के तकरीबन 400 बच्चों को वापस लाने के लिए बसों का जत्था भेजा था. जो बसें देर रात राजस्थान के कोटा में बंगाल के फंसे बच्चों को लेकर सड़क मार्ग से बिहार के मुजफ्फरपुर से होकर गुजरी.
कांटी में खाने-पीने की व्यवस्था
जहां बिहार सरकार के स्तर पर अपने घर लौट रहे बंगाल के बच्चों को मुजफ्फरपुर के कांटी में खाने-पीने की व्यवस्था भी की गई. ऐसे में अब सबसे बड़ा सवाल यह है की देश के अलग-अलग राज्य सरकार लॉकडाउन में फंसे अपने-अपने प्रदेशवासियों को गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइंस की तहत वापस लाने में जुटी हुई है, वहीं, बिहार सरकार अभी तक मौन है. सरकार की यह चुप्पी कोटा में फंसे हुए छात्रों और उनके अभिभावकों पर भारी पड़ रहा है.