मुजफ्फरपुर : बिहार के मुजफ्फरपुर में सात साल पहले साहेबगंज स्थित एक मंदिर से अष्टधातु की मूर्ति गायब हो गई थी. बाद में पुलिस ने उसे बरामद तो कर लिया, लेकिन मामला कोर्ट में चला गया था. उसके बाद से मूर्ति थाने के मालखाने में रखी हुई थी. करीब सात साल बाद 23 अप्रैल 2023 को कोर्ट से मूर्ति का रिलीज ऑर्डर आया. फिर भी पिछले डेढ़ महीने से मालखाने से मूर्ति नहीं दी गई थी. इस पर एपीपी विनोद अग्रवाल ने मालखाने से मूर्ति गायब हो जाने की आशंका जताई थी. अब इस मामले पटाक्षेप हो गया है. थाने से मंदिर कमेटी को मूर्ति दे दी गई है.
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मंदिर कमेटी को सौंपी गई मूर्ति : मालखाने से मूर्ति रिलीज नहीं करने के बाबत पूछे जाने पर सरैया एसडीपीओ कुमार चंदन ने बताया कि यह बहुत पुराना मामला है. इसमें कोर्ट के आदेश पर मूर्ति रिलीज करनी थी. यह मामला संज्ञान में आते ही सारी कागजी प्रक्रिया पूरी कर अष्टधातु की मूर्ति को रिलीज कर दिया गया है. मन्दिर कमेटी को जिनके नाम से कोर्ट से रिलीज आर्डर था, मूर्ति उन्हें ही सौंप दी गई है.
"यह बहुत पुराना मामला है. इसमें कोर्ट के आदेश पर मूर्ति रिलीज करनी थी. यह मामला संज्ञान में आते ही सारी कागजी प्रक्रिया पूरी कर अष्टधातु की मूर्ति को रिलीज कर दिया गया है. मन्दिर कमेटी को जिनके नाम से कोर्ट से रिलीज आर्डर था, मूर्ति उन्हें ही सौंप दी गई है" - कुमार चंदन, एसडीपीओ, सरैया
मालखाने से मूर्ति गायब होने की आशंका : अपर लोक अभियोजक विनोद कुमार अग्रवाल ने कहा था कि "मूर्ति बरामद होने के बाद तत्कालीन थानाध्यक्ष ने मालखाने में रख दिया था. अब कोर्ट से मूर्ति का रिलीज ऑर्डर आए डेढ़ माह हो गया है. अभी तक मूर्ति थाने से नहीं दी गई है. मूर्ति अष्टधातु की है और काफी कीमती है. कहीं ऐसा तो नहीं मालखाने से ही मूर्ति गायब हो गई हो. क्योंकि यह कोई सूई तो है नहीं".
क्या है मामला: जानकारी के अनुसार साहेबगंज थाना क्षेत्र के बलराम दास रामजानकी मंदिर के जीर्णोद्धार के दौरान मंदिर का दरवाजा तोड़ कर अष्टधातु मूर्ति को चुरा लिया गया था. इसमें माता सीता और लक्ष्मण जी की मूर्तियां चोरी कर ली गई थी. इसे लेकर 22 जून 2016 को थाना में मंदिर के पुजारी दयानंद मिश्र ने मूर्ति चोरी की एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद दास पोखर जिराती टोला से दोनों मूर्तियां बरामद हुई. तब से थाने के मालखाने में माता सीता और लक्ष्मण जी की मूर्ति पड़ी हुई थी.