मुजफ्फरपुर: बुद्धवार को सदर अस्पताल में दो बच्चों का जन्म हुआ. जन्मजात शिशुओं में एक लड़का और एक लड़की हुई. अस्पताल कर्मियों ने प्रसूति महिलाओं के नाम से परिजनों को लड़का और लड़की होने की सूचना दी. प्रसूति महिलाओं के समान नाम होने से दोनों महिलाओं के परिजनों में भ्रम पैदा हो गया. जिसके लेकर परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया.
अधूरे नाम सम्बोधन से हुई गलतफहमी
अस्पताल कर्मियों की ओर से सिर्फ ये बताया गया कि खुशबू को लड़का हुआ है. बच्चे की मां का पूरा नाम नहीं बताया गया. जिससे परिजनों में गलतफहमी हो गई. खुशबू खातून के परिजनों ने समझा कि खुशबू खातून को लड़का हुआ है. जबकि असल में दूसरी प्रसूता खूशबू साहिबा को लड़का हुआ था.
परिजनों ने अस्पताल परिसर में किया हंगामा
कुछ समय बाद खुशबू खातून के परिजनों ने देखा कि मां के पास लड़का नहीं लड़की है. उसके बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया. काफी समझाने के बाद भी खुशबू खातून के परिजन अपने जिद पर अड़े रहे.
बीएसटी से हुआ शंका समाधान
वहीं, सदर अस्पताल में हंगामा की सूचना पर मीडियाकर्मी अस्पताल पहुंचे. डॉक्टरों ने दोनों बच्चों का बीएसटी दिखाया. जिसमें स्पष्ट रूप से दोनों बच्चों का जन्म समय और लिंग अंकित था. यह देखने के बाद परिजन शांत हुए. लोगों को समझ में आया कि अस्पताल कर्मियों पर लगाया जा रहा आरोप गलत है.