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6 कैदियों की हुई रिहाई, घर में परिवार के साथ मनाएंगे होली का जश्न

मंच ने इन्हें नि:शुल्क कानूनी मदद कर जेल से रिहा कराया. जेल से रिहा होकर बाहर निकले कैदियों ने जेल गेट पर एक-दूसरे को रंग लगाकर होली मनाई.

रिहा कैदियों के साथ मंच संयोजक
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Published : Mar 21, 2019, 10:59 AM IST

मुजफ्फरपुर: अपनों के अलावा गैरों की खुशी सोचने का काम करना अपने आप में एक सराहनीय काम है. ऐसा ही काम इस होली जनहित मंच ने किया है. दरअसल इस संस्थान ने मुजफ्फरपुर अमर शहीद खुदीराम बोस सेंट्रल जेल में बंद छहकैदी को रिहा कराया है. कानूनी समझ और रुपयों के अभाव के कारण ये सभी मामूली दफाओं में बीते कई महीनों से कैद थे.

रिहाई की खुशी मनाते कैदी

संस्थान प्रमुख का बयान
जनहित मंच के संयोजक सुशील कुमार ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि ये लोग काफी दिनों से जेल में मामूली दफा में बंद हैं और इनके पास कोई मददगार नहीं है. तब मंच ने इन्हें नि:शुल्क कानूनी मदद कर जेल से रिहा कराया.

रिहाई के बाद मनाया जश्न
जेल से रिहा होकर बाहर निकले कैदियों ने जेल गेट पर एक-दूसरे को रंग लगाकर होली मनाई. उन्होंने बताया कि वे इससे काफी खुश हैं. त्योहार के मौके पर अपने परिजनों और अपनों से मिलने का मौका मिला इसके लिए वे तहे दिल से जनहित सेवा संस्थान के आभारी हैं.

रिहा हुए कैदियों की सूची
विभिन्न मामलों में कई महीनों से बंद इन छहकैदियों के नाम संजय ठाकुर (पारु), पिन्टू दास (कांटी), सुशील कुमार (पारु), रौशन पांडेय (कांटी), मुकेश कुमार (अतरदह), मुरारी सिंह (जिहुली)हैं.

मुजफ्फरपुर: अपनों के अलावा गैरों की खुशी सोचने का काम करना अपने आप में एक सराहनीय काम है. ऐसा ही काम इस होली जनहित मंच ने किया है. दरअसल इस संस्थान ने मुजफ्फरपुर अमर शहीद खुदीराम बोस सेंट्रल जेल में बंद छहकैदी को रिहा कराया है. कानूनी समझ और रुपयों के अभाव के कारण ये सभी मामूली दफाओं में बीते कई महीनों से कैद थे.

रिहाई की खुशी मनाते कैदी

संस्थान प्रमुख का बयान
जनहित मंच के संयोजक सुशील कुमार ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि ये लोग काफी दिनों से जेल में मामूली दफा में बंद हैं और इनके पास कोई मददगार नहीं है. तब मंच ने इन्हें नि:शुल्क कानूनी मदद कर जेल से रिहा कराया.

रिहाई के बाद मनाया जश्न
जेल से रिहा होकर बाहर निकले कैदियों ने जेल गेट पर एक-दूसरे को रंग लगाकर होली मनाई. उन्होंने बताया कि वे इससे काफी खुश हैं. त्योहार के मौके पर अपने परिजनों और अपनों से मिलने का मौका मिला इसके लिए वे तहे दिल से जनहित सेवा संस्थान के आभारी हैं.

रिहा हुए कैदियों की सूची
विभिन्न मामलों में कई महीनों से बंद इन छहकैदियों के नाम संजय ठाकुर (पारु), पिन्टू दास (कांटी), सुशील कुमार (पारु), रौशन पांडेय (कांटी), मुकेश कुमार (अतरदह), मुरारी सिंह (जिहुली)हैं.

Intro:मुज़फ़्फ़रपुर सेंट्रल जेल में कई महीनों से बंद सात कैदी को रिहा किया गया । होली के मौके पर रिहा होने से कैदियों ने जेल गेट पर जश्न व होली मनाया ।


Body:मुज़फ़्फ़रपुर के अमर शहीद खुदी रामबॉस सेंट्रल जेल में कई महीनों से बंद सात कैदी को बुधवार को रिहा किया गया ।जिसको लेकर कैदियों में काफी खुशी दिखा । रिहा होने के बाद कैदियो ने जेल गेट पर होली के साथ जश्न मनाया । इन सात कैदी को कोई मदद करने वाला नही था । इन्हें जनहित मंच की ओर से कानूनी मदद मिला जिसके बाद कई महीनों के बाद होली पर्व के मौके पर जेल से रिहा हुए हैं । अपनों से होली पर्व पर मिलकर ये लोग काफी खुश दिख रहे थे । जनहित मंच के संयोजक ने बताया कि उन्हें पता चला कि ये लोग काफी दिनों से जेल में मामूली दफा में बंद है ।लेकिन कोई मददगार नही होने के कारण ये जेल से बाहर नही निकल रहे हैं । तो मंच ने निशुल्क कानूनी मदद कर इन्हें जेल से रिहा कराया । जेल से रिहा होकर बाहर निकले कैदियो ने बताया कि काफी खुसी हो रही है होली के मौके पर अपने परिजनों और अपनों से मिलने का मौका मिला ।
बाइट सुशील कुमार संयोजक जनहित मंच
बाइट संजय ठाकुर रिहा हुए कैदी
बाइट मुरारी सिंह जिहुली


Conclusion:विभिन्न मामलों में सेंट्रल जेल में बंद कैदी संजय ठाकुर पारु , पिन्टू दास कांटी ,सुशील कुमार पारु ,रौशन पांडेय कांटी ,मुकेश कुमार अतरदह ,मुरारी सिंह जिहुली पूर्वी चंपारण के सभी मामूली दफा में जेल में बंद थे । जिन्हें जनहित मंच ने कानूनी मदद देकर होली के मौके पर रिहा किया है ।
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