मुंगेर: डीपीएम कार्यालय में पैरा मेडिकल की परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों ने कार्यालय परिसर में कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई. कोरोना का संक्रमण जिले में तेजी से फैल रहा है. लगातार सैकड़ों संक्रमित मरीज प्रतिदिन जिले में मिल रहे हैं. कोरोना के रोकथाम के लिए जिला प्रशासन लाख दावे कर रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग लापरवाही बरत रही है.
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सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन
सोमवार को पैरा मेडिकल स्टाफ के पद पर चयन के लिए जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से वाक इन इंटरव्यू आयोजित किया गया. जिसमें मुंगेर प्रमंडल के मुंगेर, खगड़िया, बेगूसराय, शेखपुरा ,लखीसराय और जमुई जिले से लगभग 500 से अधिक संख्या में आवेदक डीपीएम कार्यालय पहुंचे. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर उल्लंघन किया गया.
सैकड़ों लोगों की भीड़
स्थानीय लोगों ने कहा कि इस भीड़ में अगर एक भी आवेदक कोरोना संक्रमित मिला तो, वह कई लोगों को संक्रमित कर देगा. यह जानते हुए भी स्वास्थ्य विभाग मौन है. मुख्य सड़क से लेकर डीपीएम कार्यालय तक सैकड़ों लोगों की भीड़ को मुंगेर जिले के सिविल सर्जन हरेंद्र कुमार आलोक और डीपीएम ने भी आते-जाते कई बार देखा. लेकिन सब ने इस को नजरअंदाज कर दिया.
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भूख और बेरोजगारी से लगता है डर
सोशल डिस्टेंस के सवाल पर बेगूसराय की गुड़िया देवी और अन्य अभ्यर्थियों ने कहा कि बेरोजगारी का आलम है, क्या करें. कोरोना से नहीं, भूख और बेरोजगारी से डर लगता है. हम लोग जानते हैं फिर भी क्या करें बेरोजगार हैं. नौकरी के लिए थोड़ा जोखिम लेना पड़ता है. यह बेरोजगारी की भीड़ है. रोजगार खत्म हो गया है, क्या करें?