ETV Bharat / state

सफाई कर्मियों की हड़ताल 7वें दिन जारी, चारों ओर गंदगी का अंबार, सड़क पर निकलना भी मुश्किल - मुंगेर समाचार

मुंगेर नगर निगम के सफाई कर्मी विभिन्न मांगों को लेकर सात दिन से हड़ताल पर हैं. जिससे शहर में चारों ओर कूड़े का ढेर लगा है और लोगों को बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है.

सफाई कर्मी
सफाई कर्मी
author img

By

Published : Sep 13, 2021, 2:56 PM IST

मुंगेर: नगर निगम के सफाई कर्मियों (Sweeper) की 12 सूत्री मांगों को लेकर 7 दिनों से हड़ताल (Strike) जारी है. सोमवार को सभी सफाई कर्मी नगर निगम (Municipal council) परिसर में इकट्ठा होकर खूब हंगामा किये और शासन-प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की. उन्होंने मांग नहीं माने जाने तक काम पर नहीं आने का ऐलान किया. वहीं, सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर होने से शहर में चारों ओर गंदगी का ढेर लगा हुआ है. जिससे लोगों को बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. वहीं, सफाई कर्मियों के समर्थन में निगम के अन्य कर्मी भी आ गए हैं. जिससे सुबह से लेकर शाम तक नगर निगम के सभी कार्यालय में ताला लटका रहता है.

ये भी पढ़ें- सफाई कर्मियों के हड़ताल से शहर में लगा गंदगी का अंबार, अब दैनिक मजदूर उठाएंगे कचरा

सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर में सफाई व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है. सड़कों की सफाई और नियमित कूड़े का उठाव नहीं होने से जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है. सड़कों पर गंदगी फैली है. बदबू से लोगों को बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. लोग नाक पर रूमाल रखकर बड़ी मुश्किल से आ-जा रहे हैं. ऐसे में लोगों को अपने स्वास्थ्य की चिंता सता रही है.

देखें वीडियो

मुंगेर व्यवसायी संघ के नेता शशि शंकर पोद्दार उर्फ मुन्ना ने कहा कि हम लोग इतना टैक्स देते हैं. लेकिन नगर निगम अपने सफाई कर्मियों को समय पर वेतन तक नहीं दे पाता. ऐसे में शहर की स्थिति बद से बदतर हो रही है. सफाई की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो दुकान खोलना भी मुश्किल हो जाएगा. हम लोग किसी बड़ी महामारी की चपेट में आ सकते हैं.

ये भी पढ़ें- अनियंत्रित डंपर ने ट्रैक्टर और पुलिस को रौंदा, 2 की मौत, 5 घायल

इस संबंध में यूनियन के नेता ने कहा कि हम सफाई कर्मियों के समर्थन में हैं. जिससे सभी कार्यालय बंद हैं. नगर आयुक्त का पदभार अभी तक किसी को नहीं मिला है. मेयर रूमा राज का मोबाइल ऑफ है, वह कार्यालय नहीं आ रही हैं. ऐसे में नगर निगम के सभी कार्य बंद हैं. शहर की सफाई व्यवस्था भी भगवान भरोसे है.

लोकल बॉडी सफाई कर्मी के नेता ब्रह्मदेव महतो ने कहा कि सरकार ग्रुप डी के पद को समाप्त कर रही है. जिससे आने वाले समय में अब कोई बहाली नहीं होगी, तो हम लोग कैसे काम कर पाएंगे. सरकार सफाई कर्मियों के साथ दोहरी नीति अपना रही है. इस बार हमलोग आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. जब तक 12 सूत्रीय मांगों को पूरा नहीं किया जाता तब तक किसी भी कीमत पर हमलोग हड़ताल से वापस नहीं आएंगे.

मुंगेर: नगर निगम के सफाई कर्मियों (Sweeper) की 12 सूत्री मांगों को लेकर 7 दिनों से हड़ताल (Strike) जारी है. सोमवार को सभी सफाई कर्मी नगर निगम (Municipal council) परिसर में इकट्ठा होकर खूब हंगामा किये और शासन-प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की. उन्होंने मांग नहीं माने जाने तक काम पर नहीं आने का ऐलान किया. वहीं, सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर होने से शहर में चारों ओर गंदगी का ढेर लगा हुआ है. जिससे लोगों को बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. वहीं, सफाई कर्मियों के समर्थन में निगम के अन्य कर्मी भी आ गए हैं. जिससे सुबह से लेकर शाम तक नगर निगम के सभी कार्यालय में ताला लटका रहता है.

ये भी पढ़ें- सफाई कर्मियों के हड़ताल से शहर में लगा गंदगी का अंबार, अब दैनिक मजदूर उठाएंगे कचरा

सफाई कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर में सफाई व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है. सड़कों की सफाई और नियमित कूड़े का उठाव नहीं होने से जगह-जगह कूड़े का अंबार लगा हुआ है. सड़कों पर गंदगी फैली है. बदबू से लोगों को बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. लोग नाक पर रूमाल रखकर बड़ी मुश्किल से आ-जा रहे हैं. ऐसे में लोगों को अपने स्वास्थ्य की चिंता सता रही है.

देखें वीडियो

मुंगेर व्यवसायी संघ के नेता शशि शंकर पोद्दार उर्फ मुन्ना ने कहा कि हम लोग इतना टैक्स देते हैं. लेकिन नगर निगम अपने सफाई कर्मियों को समय पर वेतन तक नहीं दे पाता. ऐसे में शहर की स्थिति बद से बदतर हो रही है. सफाई की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई तो दुकान खोलना भी मुश्किल हो जाएगा. हम लोग किसी बड़ी महामारी की चपेट में आ सकते हैं.

ये भी पढ़ें- अनियंत्रित डंपर ने ट्रैक्टर और पुलिस को रौंदा, 2 की मौत, 5 घायल

इस संबंध में यूनियन के नेता ने कहा कि हम सफाई कर्मियों के समर्थन में हैं. जिससे सभी कार्यालय बंद हैं. नगर आयुक्त का पदभार अभी तक किसी को नहीं मिला है. मेयर रूमा राज का मोबाइल ऑफ है, वह कार्यालय नहीं आ रही हैं. ऐसे में नगर निगम के सभी कार्य बंद हैं. शहर की सफाई व्यवस्था भी भगवान भरोसे है.

लोकल बॉडी सफाई कर्मी के नेता ब्रह्मदेव महतो ने कहा कि सरकार ग्रुप डी के पद को समाप्त कर रही है. जिससे आने वाले समय में अब कोई बहाली नहीं होगी, तो हम लोग कैसे काम कर पाएंगे. सरकार सफाई कर्मियों के साथ दोहरी नीति अपना रही है. इस बार हमलोग आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. जब तक 12 सूत्रीय मांगों को पूरा नहीं किया जाता तब तक किसी भी कीमत पर हमलोग हड़ताल से वापस नहीं आएंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.