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मुंगेर: STF ने 4 तस्करों को किया गिरफ्तार, अष्टधातू से बनी मूर्ति और 32 जिंदा कारतूस बरामद

एसटीएफ ने धरहरा के घने जंगलो में घेराबंदी कर 4 तस्करों को गिरफ्तार किया है. टीम ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से कीमती अष्टधातु से बनी प्रभु यीशू की मूर्ति के साथ ही कई कारतूस भी बरामद किए हैं.

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Published : Sep 24, 2019, 7:22 AM IST

एसटीएफ ने 4 हथियार तस्करों को किया गिरफ्तार

मुंगेर: जिले में नक्सलियों के खिलाफ लगातार कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इसी दौरान एसटीएफ और जिला पुलिस ने लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र से चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इसमें हथियार तस्कर, नक्सली और नक्सलियों का एजेंट भी शामिल है. अपराधियों के पास से 32 जिंदा कारतूस, 9 एमएम का 1 खोखा और एक अष्टधातू से बनी एक मूर्ति बरामद की गई है. वहीं, डीआईजी मनु महाराज ने लड़ैयाटांड थाना पहुंच कर नक्सलियों से घंटों पूछताछ की. इस दौरान नक्सलियों ने कई अहम खुलासे किए हैं.

DIG ने किया कॉम्बिंग ऑपरेशन का नेतृत्व

डीआईजी मनु महाराज की देख-रेख में लगातार मुंगेर, जमुई और लखीसराय के जंगल व पहाड़ों पर नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया गया. कई दिन और रात में डीआईजी ने कॉम्बिंग ऑपरेशन का नेतृत्व किया है. इसी दौरान एसटीएफ ने लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र से चार अपराधियों को गिरफ्तार किया. सभी नक्सली संगठन से जुड़े हुए थे. ये सभी एजेंट के रूप में काम करते थे. इनमें एक मुफस्सिल थाना क्षेत्र का शंकरपुर निवासी हथियार तस्कर 60 वर्षीय सुधीर यादव है. वहीं, लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के घटवारी निवासी दिवाकर साह, गौरेया निवासी इंद्रदेव कोड़ा और तेधरा निवासी मनोज कोड़ा शामिल है.

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आरोपियों के पास से कीमती अष्टधातु से बनी प्रभु यीशू की मूर्ति और जिंदा कारतूस बरामद

अपराधियों से हो रही है पूछताछ
डीआईजी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में कोई हथियार तस्कर है तो कोई पुराना शातिर नक्सली है. सभी गिरफ्तार अपराधी नक्सली संगठन के एरिया कमांडर अरविंद यादव के लिए काम करते हैं. कोई हथियार सप्लाई करता है तो कोई पुलिस की गुप्त सूचना उस तक पहुंचाता है. लंबे समय से ये सभी एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं. दिवाकर साह पूर्व से ही नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ है जो नक्सल गतिविधियों एवं अन्य आपराधिक घटनाओं के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है. जबकि सुधीर यादव मुख्य रूप से हथियार तस्कर है जो इन तीनों के माध्यम से अरविंद यादव और नक्सली संगठन के विभिन्न नेताओं को हथियार व कारतूस उपलब्ध कराता है. वह पहले भी हथियार तस्करी के मामले में जेल जा चुका है.

डीआईजी मनु महाराज का बयान

इनका क्या है कहना

मनु महाराज ने बताया कि हाल ही में सुधीर यादव ने दो लाख के हथियार और कारतूस इनलोगों के माध्यम से अरविंद यादव को मुहैया कराए थे. वह लंबे समय से नक्सलियों को हथियार और कारतूस सप्लाई करता था. फिलहाल इन अपराधियों से लगातार पूछताछ की जा रही है.

मुंगेर: जिले में नक्सलियों के खिलाफ लगातार कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इसी दौरान एसटीएफ और जिला पुलिस ने लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र से चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इसमें हथियार तस्कर, नक्सली और नक्सलियों का एजेंट भी शामिल है. अपराधियों के पास से 32 जिंदा कारतूस, 9 एमएम का 1 खोखा और एक अष्टधातू से बनी एक मूर्ति बरामद की गई है. वहीं, डीआईजी मनु महाराज ने लड़ैयाटांड थाना पहुंच कर नक्सलियों से घंटों पूछताछ की. इस दौरान नक्सलियों ने कई अहम खुलासे किए हैं.

DIG ने किया कॉम्बिंग ऑपरेशन का नेतृत्व

डीआईजी मनु महाराज की देख-रेख में लगातार मुंगेर, जमुई और लखीसराय के जंगल व पहाड़ों पर नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया गया. कई दिन और रात में डीआईजी ने कॉम्बिंग ऑपरेशन का नेतृत्व किया है. इसी दौरान एसटीएफ ने लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र से चार अपराधियों को गिरफ्तार किया. सभी नक्सली संगठन से जुड़े हुए थे. ये सभी एजेंट के रूप में काम करते थे. इनमें एक मुफस्सिल थाना क्षेत्र का शंकरपुर निवासी हथियार तस्कर 60 वर्षीय सुधीर यादव है. वहीं, लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के घटवारी निवासी दिवाकर साह, गौरेया निवासी इंद्रदेव कोड़ा और तेधरा निवासी मनोज कोड़ा शामिल है.

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आरोपियों के पास से कीमती अष्टधातु से बनी प्रभु यीशू की मूर्ति और जिंदा कारतूस बरामद

अपराधियों से हो रही है पूछताछ
डीआईजी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधियों में कोई हथियार तस्कर है तो कोई पुराना शातिर नक्सली है. सभी गिरफ्तार अपराधी नक्सली संगठन के एरिया कमांडर अरविंद यादव के लिए काम करते हैं. कोई हथियार सप्लाई करता है तो कोई पुलिस की गुप्त सूचना उस तक पहुंचाता है. लंबे समय से ये सभी एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं. दिवाकर साह पूर्व से ही नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ है जो नक्सल गतिविधियों एवं अन्य आपराधिक घटनाओं के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है. जबकि सुधीर यादव मुख्य रूप से हथियार तस्कर है जो इन तीनों के माध्यम से अरविंद यादव और नक्सली संगठन के विभिन्न नेताओं को हथियार व कारतूस उपलब्ध कराता है. वह पहले भी हथियार तस्करी के मामले में जेल जा चुका है.

डीआईजी मनु महाराज का बयान

इनका क्या है कहना

मनु महाराज ने बताया कि हाल ही में सुधीर यादव ने दो लाख के हथियार और कारतूस इनलोगों के माध्यम से अरविंद यादव को मुहैया कराए थे. वह लंबे समय से नक्सलियों को हथियार और कारतूस सप्लाई करता था. फिलहाल इन अपराधियों से लगातार पूछताछ की जा रही है.

Intro:Body:मुंगेर नक्सलियों के खिलाफ लगातार चलाये जा रहे कोम्बिन्ग ऑपरेशन के दौरान एसटीएफ एवं जिला पुलिस ने लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र से चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें हथियार तस्कर, पूर्व नक्सली एवं नक्सलियों का एजेंट शामिल है. उसके पास से 32 जिंदा कारतूस, 1 खोखा एवं एक अष्टधातू की मूर्ति बरामद किया है. डीआईजी मनु महाराज लड़ैयाटांड थाना पहुंच कर नक्सलियों से घंटों पूछताछ की. जिसमें नक्सलियों ने कई अहम खुलासे किये.
डीआईजी मनु महराज की देख-रेख में लगातार मुंगेर, जमुई एवं लखीसराय के जंगल व पहाड़ों पर नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. कई-कई दिन व रात डीआईजी खुद कॉबिंग ऑपरेशन का नेतृत्व किया. इसी दौरान एसटीएफ ने लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र से चार अपराधियों को गिरफ्तार किया. जो सभी नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ था और एजेंट के रूप में काम करता था. जिसमें एक मुफस्सिल थाना क्षेत्र का शंकरपुर निवासी हथियार तस्कर 60 वर्षीय सुधीर यादव है. जबकि लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के घटवारी निवासी दिवाकर साह, गौरेया निवासी इंद्रदेव कोड़ा एवं तेधरा निवासी मनोज कोड़ा शामिल है. जिसके कब्जे से नाइन एमएम का 32 जिंदा कारतूस, 1 खोखा एवं एक धातु की बनी प्रभु इशा मसीह का मुर्ति बरामद किया गया.
डीआईजी ने बताया की। गिरफ्तार अपराधियों में कोई हथियार तस्कर है तो कोई पूर्व का नक्सल है. सभी गिरफ्तार अपराधी नक्सली संगठन का एरिया कमांडर अरविंद यादव के लिए काम करता है. कोई हथियार सप्लाई करता है तो कोई पुलिस का सूचना उस तक पहुंचाता है. सभी एजेंट के तौर पर काम करता है. दिवाकर साह पूर्व में नक्सली संगठन से जुड़ा हुआ है और नक्सल गतिविधि एवं अन्य आपराधिक घटना में पहले भी जेल जा चुका है.जबकि सुधीर यादव मुख्य रूप से हथियार तस्कर है. जो इन तीनों के माध्यम से अरविंद यादव एवं नक्सली संगठन के विभिन्न नेताओं को हथियार व कारतूस उपलब्ध कराता है. वह पहले भी हथियार तस्करी के मामले में जेल जा चुका है. इतना ही नहीं दो वर्ष पूर्व उसे गांव में ही एक विवाद में गोली भी मारी गयी थी. गोली उसके पेट में लगी थी. जिसमें वह बच गया था. बताया जाता है कि हाल ही सुधीर यादव ने दो लाख मूल्य का हथियार व कारतूस इनलोगों के माध्यम से अरविंद यादव को आपूर्ति की थी. वह लंबे समय से नक्सलियों को हथियार व कारतूस सप्लाई करता था. जो 32 जिंदा कारतूस बरामद किया गया है. वह वहीं डिलिंग का बचा हुआ कारतूस है. इन अपराधियों से गहन पूछताछ की जा रही है.
बाइट - मनु महाराज डीआईजी मुंगेर Conclusion:
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