मुंगेर: कोरोना महामारी को लेकर एक ओर बिहार सरकार अलर्ट है तो जिला प्रशासन भी एहतियात बरत रहा है. जिला प्रशासन और सरकार की मदद अब जिले में दुकानदार और स्थानीय लोग भी कर रहे हैं. कोरोना को लेकर सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का जहां जिले में पालन किया जा रहा है. वहीं एक कदम आगे बढ़ते हुए जिले के व्यवसायियों और दुकानदारों ने अहम फैसला लिया है. इस फैसले की काफी तारीफ हो रही है.
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दरअसल व्यवसायियों की संस्था 'मुंगेर चेंबर ऑफ कॉमर्स' ने जिले के सभी व्यापारियों के साथ मिलकर फैसला लिया कि कोरोना के संक्रमण को कम करने के लिए दुकान खोलने के समय को कम किया जाए. राज्य सरकार ने जहां कोरोना संक्रमण को लेकर दुकानें सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ही खोलने के निर्देश दिए हैं. वहीं, मुंगेर के दुकानदारों ने इससे एक कदम आगे बढ़कर अपनी-अपनी दुकानें 12 घंटों के लिए नहीं मात्र 8 घंटे ही खोलने का निर्णय लिया है.
मूवमेंट होगा कम
'चेंबर ऑफ कॉमर्स' के अध्यक्ष कृष्ण कुमार अग्रवाल ने कहा कि अगर कम समय के लिए दुकान खुलती है तो लोगों का मूवमेंट भी कम होगा. इससे संक्रमण फैलने का खतरा भी कम होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि हम सभी व्यवसायियों ने अपने घाटे को देखते हुए भी जनहित में यह फैसला लिया है. हमारे इस फैसले का डीएम रचना पाटिल ने तारीफ की है. वो सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के माध्यम से 'मुंगेर चेंबर ऑफ कॉमर्स' के इस फैसले का प्रचार-प्रसार भी करवा रहीं हैं.
'सुबह 11 बजे से शाम 7 बजे तक खुलती है दुकानें'
दुकानदार प्रभात केसरी ने कहा कि दिन के 11 बजे से शाम 7 बजे तक ही दुकानें खुलती है. हम लोगों का मानना है कि इससे संक्रमण कम होगा. वहीं, दुकानदार अमरनाथ केसरी ने कहा कि हम लोग दुकान कम समय के लिए खोलते ही हैं. इसके अलावा दुकान के अंदर ग्राहकों के बिना मास्क के प्रवेश पर रोक है. साथ ही यहां गाइडलाइनों का भी पालन करवाया जाता है. समाजसेवी दिनेश सिंह ने कहा कि मुंगेर के दुकानदारों की यह एकता और निर्णय सराहनीय है. दुकानदारों के इस फैसले का लोग भी जमकर तारीफ कर रहे हैं.
चेंबर का प्रयास सराहनीय
मुंगेर की जनता भी 'चेंबर ऑफ कॉमर्स' के इस प्रयास की जमकर तारीफ कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि ये कोशिश निश्चित रूप से रंग लाएगी. कोरोना संक्रमण काल में सबसे अधिक दुकानदार ही परेशान होते हैं. उन पर ही मंदी का असर पड़ता है. ऐसे में अपने लाभ-हानि की परवाह किए बगैर दुकानदारों ने दुकान खोलने के समय में जो कमी की है, वो काफी सराहनीय है.
यहीं मिला था कोरोना का पहला मरीज
बता दें कि कोरोना महामारी के पहले चरण में बिहार का पहला कोरोना संक्रमित मरीज मुंगेर में ही मिला था. इतना ही नहीं कोरोना से पहली मौत भी मुंगेर में ही हुई थी. लेकिन कोरोना के सेकेंड वेव में अब लोग अधिक प्रभावित हो रहे हैं. इसलिए संक्रमण कम हो इसके लिए दुकानदारों ने भी एक प्रयास किया है, जो काबिले तारीफ है.
कोरोना के कहर से कराह रहा मुंगेर
कोरोना के कारण अब तक जिले में 76 लोगों की मौतें हुई है. वहीं, वर्तमान समय में जिले में कोरोना के लगभग 5 हजार एक्टिव मरीज है. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार आलोक ने बताया कि इन कोरोना संक्रमित मरीजों में से 10 फीसदी मरीज की स्थिति गंभीर है. इसलिए लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. साथ ही इस महामारी से बचने के लिए जारी गाइडलाइन का पालन करना चाहिए. वहीं, वैक्सीनेशन जारी है. 45 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति जरूर टीका लगवाएं.