मुंगेर: मुंगेर सदर अस्पताल (Munger Sadar Hospital) के दैनिक सफाई कर्मी सोमवार से काम बंद कर हड़ताल (Sanitation workers on strike in Munger) पर चले गए. सभी सफाई कर्मी अपनी मांगों के समर्थन में सदर अस्पताल परिसर में ही धरने पर बैठकर प्रबंधन के खिलाफ नारे लगा रहे हैं. सफाई कर्मी अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर अडिग हैं. वे कह रहे हैं जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक हड़ताल खत्म नहीं होगा. सफाई कर्मियों के अचानक हड़ताल पर चले जाने से सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, पुरुष वार्ड, महिला वार्ड, ओपीडी तथा विभिन्न विभागों में सुबह से सफाई नहीं हुई है. इसके कारण सभी जगहों पर गंदगी फैली हुई है. कोरोना संक्रमण के बीच मरीज भी परेशान हैं.
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सदर अस्पताल में सफाई का कार्य एजेंसी के माध्यम से किया जाता है. सुविधा एजेंसी के अंतर्गत 19 सफाईकर्मियों के जिम्मे में सदर अस्पताल की सफाई है. हड़ताली सफाई कर्मियों ने बताया कि उनकी मजदूरी बढ़ाई जाए. न्यूनतम मजदूरी 250 रुपये प्रतिदिन की जगह मिले 350 रुपये हो. सफाई कर्मियों की संख्या 19 से बढ़ाकर 36 किये जाएं. बकाये वेतन का भुगतान अविलंब हो. मानदेय के रूप में वेतन का भुगतान हो और पीएफ की भी सुविधा मिले. इस संबंध में सफाई कर्मियों के नेता सोनू कुमार ने बताया कि हम लोग पिछले 3 वर्षों से कार्य कर रहे हैं. अभी तक हम लोगों की न्यूनतम मजदूरी 250 प्रतिदिन ही है जबकि महंगाई बढ़ गई है.
उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में रोज नए विभाग बन रहे हैं लेकिन पूरे अस्पताल के सफाई कार्य के लिए सिर्फ 19 कर्मी हैं. ऐसे में मजदूरों की संख्या भी बढ़नी चाहिए. उन्होंने कहा कि जब तक हम लोगों की मांगे पूरी नहीं होती, तब तक हम लोग हड़ताल जारी रखेंगे. इस संबंध में मुंगेर जिले के सिविल सर्जन डॉक्टर हरेंद्र कुमार आलोक ने बताया कि जिले के सदर अस्पताल की सफाई एजेंसी के माध्यम से होती है. एजेंसी को हर माह कार्य के एवज में भुगतान कर दिया जाता है. कर्मियों का भुगतान उनका मामला है. अगर ये लोग हड़ताल बंद नहीं करते हैं तो वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी.
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