ETV Bharat / state

मुंगेरः सीएम के निर्देश पर पैदल गश्त की हुई शुरुआत, कंट्रोल होगा क्राइम

बिहार में क्राइम कंट्रोल करने के लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस को पैदल गश्त करने के साथ आम जनमानस से मित्रवत व्यवहार रखने का आदेश दिया है. जिसके तहत मुंगेर में पुलिस ने पैदल गश्त शुरू कर दिया है.

पैदल गश्त करती पुलिस
पैदल गश्त करती पुलिस
author img

By

Published : Dec 16, 2020, 10:35 PM IST

मुंगेरः क्राइम कंट्रोल करने के लिए जिले की पुलिस ने एक अनूठा प्रयास शुरू किया है. पुलिस की यह पहल क्राइम कंट्रोल करने में भी रंग ला रही है. जिले के जमालपुर में इस पहल से अपराध का ग्राफ भी नीचे गिरा है और ठंड के मौसम में चोरी और छिनैती की घटना पर भी विराम लगा है. अब इस पहल की सभी जगहों पर चर्चा भी शुरू हो गयी है.

पैदल गश्त की हुई शुरुआत
ठंड के मौसम में चोरी और छिनैती कि घटना बढ़ जाती है. वर्तमान में लगातार बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसको लेकर चिंतित है. मुख्यमंत्री ने इसको लेकर एक माह में तीन बार समीक्षा बैठक किया और पुलिस को पैदल गश्त करने का निर्देश दिया. मुंगेर जिले के जमालपुर शहर में अपराध को रोकने के लिए पिछले 5 वर्षों से पुलिस मित्र समूह संचालित हो रहा है. देर रात 12 बजे इसका विधिवत शुरुआत सदर एसडीपीओ नंद जी ने लिट्टी चोखा एवं चाय के साथ जुबली बेल चौक से किया. मौके पर जमालपुर शहर के लोगों ने पुलिस के स्वागत के लिए लिट्टी चोखा का इंतजाम किया. पुलिस पब्लिक मित्र रात 11 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक जमालपुर के विभिन्न इलाके में पैदल घूम कर असामाजिक तत्वों पर निगाह रखेगी. इलाके में गश्त कर रहे पुलिस अधिकारी भी समय-समय पर उनसे मिलकर इलाके का समाचार लेंगे. यह प्रयोग पिछले 5 वर्षों से जमालपुर में किया जा रहा है. जो काफी कारगर साबित हुआ.

देखें रिपोर्ट
पिछले 5 वर्षों से कार्यरत हैं पुलिस मित्र2015 में तत्कालीन एसपी आशीष भारती ने जिले में पुलिस को फ्रेंडली बनाने के लिए कई कार्यक्रम चलाया था. उसी में से एक है पुलिस मित्र था. जमालपुर में यह काफी लोकप्रिय रहा. जमालपुर के दर्जनों युवा इसमें शामिल होकर देर रात पहरा देते हैं. वहीं अलग-अलग इलाके के लोग प्रतिदिन कुछ व्यंजन बनाते हैं और पहरा देने वाले को खिलाते हैं और साथ में पहरा भी देते हैं. पुलिस मित्र बादल सिंह ने कहा कि 2005 से ही हम लोग पुलिस मित्र के रूप में सक्रिय हैं. लगभग 100 से अधिक सदस्य इस समूह में हैं.

सीटी बजा कर करते हैं लोगों को अलर्ट
पुलिस मित्र राजीव नायक ने कहा कि रात 11 बजे से 4 बजे तक सड़कों पर हम लोग समूह बनाकर पैदल चलते हैं. किसी भी तरह का आशंका होने पर सीटी बजाकर लोगों को तथा अपने ग्रुप को अलर्ट करते हैं और गश्ती दल को भी फोन करते हैं. जिससे अपराधी आसानी से पकड़ में आ जाते हैं और इलाके में चोरी या छिनतई जैसी घटना नहीं होती.

मुंगेरः क्राइम कंट्रोल करने के लिए जिले की पुलिस ने एक अनूठा प्रयास शुरू किया है. पुलिस की यह पहल क्राइम कंट्रोल करने में भी रंग ला रही है. जिले के जमालपुर में इस पहल से अपराध का ग्राफ भी नीचे गिरा है और ठंड के मौसम में चोरी और छिनैती की घटना पर भी विराम लगा है. अब इस पहल की सभी जगहों पर चर्चा भी शुरू हो गयी है.

पैदल गश्त की हुई शुरुआत
ठंड के मौसम में चोरी और छिनैती कि घटना बढ़ जाती है. वर्तमान में लगातार बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसको लेकर चिंतित है. मुख्यमंत्री ने इसको लेकर एक माह में तीन बार समीक्षा बैठक किया और पुलिस को पैदल गश्त करने का निर्देश दिया. मुंगेर जिले के जमालपुर शहर में अपराध को रोकने के लिए पिछले 5 वर्षों से पुलिस मित्र समूह संचालित हो रहा है. देर रात 12 बजे इसका विधिवत शुरुआत सदर एसडीपीओ नंद जी ने लिट्टी चोखा एवं चाय के साथ जुबली बेल चौक से किया. मौके पर जमालपुर शहर के लोगों ने पुलिस के स्वागत के लिए लिट्टी चोखा का इंतजाम किया. पुलिस पब्लिक मित्र रात 11 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक जमालपुर के विभिन्न इलाके में पैदल घूम कर असामाजिक तत्वों पर निगाह रखेगी. इलाके में गश्त कर रहे पुलिस अधिकारी भी समय-समय पर उनसे मिलकर इलाके का समाचार लेंगे. यह प्रयोग पिछले 5 वर्षों से जमालपुर में किया जा रहा है. जो काफी कारगर साबित हुआ.

देखें रिपोर्ट
पिछले 5 वर्षों से कार्यरत हैं पुलिस मित्र2015 में तत्कालीन एसपी आशीष भारती ने जिले में पुलिस को फ्रेंडली बनाने के लिए कई कार्यक्रम चलाया था. उसी में से एक है पुलिस मित्र था. जमालपुर में यह काफी लोकप्रिय रहा. जमालपुर के दर्जनों युवा इसमें शामिल होकर देर रात पहरा देते हैं. वहीं अलग-अलग इलाके के लोग प्रतिदिन कुछ व्यंजन बनाते हैं और पहरा देने वाले को खिलाते हैं और साथ में पहरा भी देते हैं. पुलिस मित्र बादल सिंह ने कहा कि 2005 से ही हम लोग पुलिस मित्र के रूप में सक्रिय हैं. लगभग 100 से अधिक सदस्य इस समूह में हैं.

सीटी बजा कर करते हैं लोगों को अलर्ट
पुलिस मित्र राजीव नायक ने कहा कि रात 11 बजे से 4 बजे तक सड़कों पर हम लोग समूह बनाकर पैदल चलते हैं. किसी भी तरह का आशंका होने पर सीटी बजाकर लोगों को तथा अपने ग्रुप को अलर्ट करते हैं और गश्ती दल को भी फोन करते हैं. जिससे अपराधी आसानी से पकड़ में आ जाते हैं और इलाके में चोरी या छिनतई जैसी घटना नहीं होती.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.