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बिहार में कोरोना से मौत: तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद पटना किया गया था रेफर, बरती गई लापरवाही

कोरोना वायरस की वजह से मरने वाले सैफ को मुंगेर के कोतवाली थाना क्षेत्र के सुभाष नगर स्थित डॉ अनिरुद्ध प्रसाद के क्लीनिक में दिखाया गया था. जिसके बाद चिकित्सक ने उसे पटना रेफर किया था.

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Published : Mar 22, 2020, 5:12 PM IST

मुंगेर: कोरोना वायरस की वजह से मरने वाला सैफ 5 दिन पहले ही गंभीर रूप से बीमार हो गया था. बीमार होने पर परिजनों ने मुंगेर के कोतवाली थाना क्षेत्र के सुभाष नगर स्थित डॉ अनिरुद्ध प्रसाद की क्लीनिक में उसे दिखाया था. जहां डॉ. अनिरुद्ध प्रसाद ने उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए पटना जाने की सलाह दी थी, लेकिन डॉक्टर ने यहां बड़ी चूक कर दी.

उन्हें जब मरीज के लक्षण के बारे में पता चला तो उन्हें जिला स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना देनी थी. परिजन को जिला अस्पताल भिजवाना चाहिए था लेकिन स्थानीय चिकित्सक ने मृतक के परिजन को पटना के निजी क्लीनिक जाने की सलाह दी.

देखें ये रिपोर्ट

पटना एम्स में हुई मौत
पटना के निजी क्लिनिक वालों ने भी यह कहते हुए उसे बाहर कर दिया कि इसमें कोरोना वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं. अगर इसे यहां रखा तो हमारी क्लीनिक बंद हो जाएगी और उसे पीएमसीएच ले जाने को कहा. परिजनों ने बताया कि पीएमसीएच जाने के बाद हम लोग एम्स पहुंचे. जहां दो दिन बाद उसकी मौत हो गई और रिपोर्ट में बताया गया कि वो कोरोना पॉजिटिव है. एम्स के डॉक्टर एम सिंह ने भी इसकी पुष्टि कर दी है.

ये भी पढ़ें: CM नीतीश की आपात बैठक: राजधानी पटना सहित कई शहर हो सकते हैं लॉक डाउन

जिला प्रशासन ने नहीं की कोई कार्रवाई
एम्स प्रशासन ने भी लापरवाही बरतते हुए कोरोना पॉजिटिव मृतक की लाश को परिजनों के हवाले कर दिया. अब मृतक का दाह संस्कार भी कर दिया गया. लेकिन जिला प्रशासन अभी तक एक्टिव मोड में नहीं है. कोरोना पीड़ित मोहम्मद सैफ के हिस्ट्री को खंगाला जाए तो वह सबसे पहले किस डॉक्टर के पास गया था, जिला प्रशासन अभी तक वहां नहीं पहुंची है.

ईटीवी भारत की टीम डॉ अनिरुद्ध प्रसाद के क्लीनिक पहुंची जहां वह मरीज आया था. इस क्लीनिक में सैफ डॉक्टर के साथ ही कई अन्य लोगों के संपर्क में आएं होंगे. लेकिन इस मामले में अभी तक जिला प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे उन लोगों की पहचान हो सके.

मुंगेर: कोरोना वायरस की वजह से मरने वाला सैफ 5 दिन पहले ही गंभीर रूप से बीमार हो गया था. बीमार होने पर परिजनों ने मुंगेर के कोतवाली थाना क्षेत्र के सुभाष नगर स्थित डॉ अनिरुद्ध प्रसाद की क्लीनिक में उसे दिखाया था. जहां डॉ. अनिरुद्ध प्रसाद ने उसकी स्थिति को गंभीर देखते हुए पटना जाने की सलाह दी थी, लेकिन डॉक्टर ने यहां बड़ी चूक कर दी.

उन्हें जब मरीज के लक्षण के बारे में पता चला तो उन्हें जिला स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना देनी थी. परिजन को जिला अस्पताल भिजवाना चाहिए था लेकिन स्थानीय चिकित्सक ने मृतक के परिजन को पटना के निजी क्लीनिक जाने की सलाह दी.

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पटना एम्स में हुई मौत
पटना के निजी क्लिनिक वालों ने भी यह कहते हुए उसे बाहर कर दिया कि इसमें कोरोना वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं. अगर इसे यहां रखा तो हमारी क्लीनिक बंद हो जाएगी और उसे पीएमसीएच ले जाने को कहा. परिजनों ने बताया कि पीएमसीएच जाने के बाद हम लोग एम्स पहुंचे. जहां दो दिन बाद उसकी मौत हो गई और रिपोर्ट में बताया गया कि वो कोरोना पॉजिटिव है. एम्स के डॉक्टर एम सिंह ने भी इसकी पुष्टि कर दी है.

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जिला प्रशासन ने नहीं की कोई कार्रवाई
एम्स प्रशासन ने भी लापरवाही बरतते हुए कोरोना पॉजिटिव मृतक की लाश को परिजनों के हवाले कर दिया. अब मृतक का दाह संस्कार भी कर दिया गया. लेकिन जिला प्रशासन अभी तक एक्टिव मोड में नहीं है. कोरोना पीड़ित मोहम्मद सैफ के हिस्ट्री को खंगाला जाए तो वह सबसे पहले किस डॉक्टर के पास गया था, जिला प्रशासन अभी तक वहां नहीं पहुंची है.

ईटीवी भारत की टीम डॉ अनिरुद्ध प्रसाद के क्लीनिक पहुंची जहां वह मरीज आया था. इस क्लीनिक में सैफ डॉक्टर के साथ ही कई अन्य लोगों के संपर्क में आएं होंगे. लेकिन इस मामले में अभी तक जिला प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे उन लोगों की पहचान हो सके.

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