मुंगेर: बिहार के मुंगेर स्थित जमालपुर नगर परिषद क्षेत्र में अब सीवेज प्लांट का निर्माण किया जाएगा. कारखानों और घरों के दूषित पानी को छोटी नालियों से नहीं बहाया जाएगा बल्कि इसके लिए शहर के मुख्य सड़ाकों के बीचो बीच खुदाई कर बड़ा पाइप डाला जाएगा. जिससे दूषित पानी का संचय कर शुद्धिकरण के बाद खेत-खलियानों में सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जा सके.
पढ़ें-Patna News: गंगा में नहीं गिरेगा शहर का गंदा पानी, साल के अंत तक तैयार हो जायेंगे 6 STP
जमालपुर में मॉडर्न सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट: शहर की छोटी नालियां बंद होगी और सड़क की नालियों पर लगने वाले अवैध फुटपाथ की दुकानों का भी सफाया हो जाएगा. जिससे लोगों को जाम, नाली के गंदे पानी और अतिक्रमण से मुक्ति मिल सकेगी. सीवेज प्लांट निर्माण के लिए सरकार सहित जमालपुर के विधायक अजय कुमार सिंह और अन्य प्रयासरत है. वहीं प्रशासन को उम्मीद है कि सब कुछ ठीक रहा तो नए साल में शहर सीवेज प्लांट से लैस हो जाएगा.
आगरा से आई तीन इंजीनियर्स की टीम: जमालपुर में सीवरेज प्लांट के निर्माण के लिए नमामि गंगे परियोजना का सदपयोग किया जाएगा. इसके लिए सरकार ने आगरा से तीन सदस्यीय इंजीनियर्स की टीम को जमालपुर का सर्वे करने के लिए भेजा है. टीम में बुडको और पीएचडी विभाग के पदाधिकारी भी शामिल होंगे. यहां टीम करीब 20 दिनों तक सर्वे करेगी और एक माह में रिपोर्ट तैयार कर भेजेगी. इनकी रिपोर्ट के अनुसार ही डीपीआर तैयार होगा और नए साल में सीवेज प्लांट का काम शुरू हो जाएगा.
"जमालपुर विधायक अजय कुमार ने शहर में सीवेज प्लांट स्थापना को लेकर पत्राचार किया था. आगरा की टीम जमालपुर के होटल में रुकी है. टीम सदस्यों ने बताया कि मुसलाधार बारिश थमने का इंतजार है. बारिश थमते ही सर्वे का काम ड्रोन कैमरा की मदद से शुरू किया जाएगा."-साईं शंकर, नगर अध्यक्ष, कांग्रेस
क्या कहती है मुख्य पार्षद: शहर की मुख्य सड़कों का निर्माण कार्य अब टलने वाला है. शहर में एक ओर शहरी जलापूर्ति विभाग द्वारा पानी के पाइप का कनक्शन पूरा नहीं होने से जहां-तहां की सड़कें गड्डे में तब्दील हो गई है. कई वार्ड में फिर से कनक्शन होना है. जमालपुर नप मुख्य पार्षद पार्वती देवी कहती है कि शहरवासियों को नए साल में कई तोहफे मिलने वाले हैं. इसकी शुरूआत शहरी क्षेत्र के सौंदर्यीकरण से किया जाएगा.
"शहर में सीवेज प्लांट निर्माण होने से सड़कों पर बारिश का पानी नहीं रुकेगा. घरों व अन्य जगहों का दूषित पानी बड़े नाला में जाने के बाद स्टोर किया जाएगा. पानी के शुद्धीकरण के बाद सदपयोग किया जाएगा. इसके अलावा शहरी क्षेत्र की सड़कों का निर्माण, सड़क किनारे पेवर ब्लॉक निर्माण, यात्री शेड निर्माण सहित अन्य कार्य भी होने हैं."- पार्वती देवी, नप मुख्य पार्षद, जमालपुर