मुंगेर: बिहार में अवैध खनन (Illegal Mining in Bihar) पर इन दिनों सरकार सख्त नजर आ रही है. बिहार सरकार (Bihar Government) ने हाल ही में बालू के अवैध खनन में संलिप्तता पाए जाने पर दो आईपीएस अधिकारियों और 13 प्रशासनिक अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित किया है. वहीं, बिहार सरकार के खनन मंत्री जनक राम (Mines Minister Janak Ram) रविवार को मुंगेर पहुंचे और ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अधिकारी कितना भी बड़ा हो, अगर अवैध खनन में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
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रविवार शाम को बांका से पटना जाने के दौरान मुंगेर सर्किट हाउस में नीतीश सरकार के खनन मंत्री जनक राम ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रहे हैं. उसी नीति पर खनन विभाग भी कार्य कर रहा है. जो भी गलत अवैध और गलत तरीके से खनन करेंगे, उन पर कार्रवाई होगी.
उन्होंने कहा कि सुशासन की सरकार में मुझे जो जिम्मेदारी मिली है, उस पर मैं खरा उतरने का कोशिश कर रहा हूं. विगत 4 महीनों में मैंने ऐसे कई काम किए हैं, जिससे जनता का विश्वास हम लोगों पर बना है. आगे भी हमारा विभाग ऐसे ही कार्य करता रहेगा. पिछले दिनों ही हमारी सरकार ने 2 आईपीएस सहित दो दर्जन से अधिक सरकारी अफसरों को निलंबित किया है.
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इस दौरान उन्होंने ने कहा कि अगर अधिकारी खनन के मामले में लापरवाही बरतते हैं या भ्रष्टाचार की बात सामने आती है तो कार्रवाई तय है. चाहे वह कितने भी बड़े अधिकारी हो. यह सरकार सुशासन की सरकार है. आम जनता की सरकार है. इसमें आम लोगों की बात सुनी जाती है. जो अधिकारी गलत कर रहे हैं, वह सावधान हो जाये. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है न खाऊंगा और न खाने दूंगा. खनन विभाग भी उसी तर्ज पर कार्य कर रहा है.