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मुंगेर: मंदिर में घुसा बाढ़ का पानी, प्रशासन बेसुध - munger flood

बाढ़ का पानी मंदिर में घुस जाने के कारण मंदिर का मेन गेट को बंद कर दिया गया है. पानी बढ़ जाने से लोगों को अब डर बैठ गया है. वहीं, आसपास के लोगों ने बाढ़ के पानी की बढ़ोतरी को लेकर चिंता व्यक्त की है.

मंदिर
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Published : Aug 29, 2019, 5:16 AM IST

मुंगेर: बिहार में बाढ़ से लोगों को अब तक निजात नहीं मिला है. बाढ़ का पानी बढ़ने का कारण लोगों की समस्याएं बढ़ती जा रही है. ताजा मामला यहां के शक्तिीठ मंदिर का है. बाढ़ का पानी इस मंदिर में घुस गया है. जिससे श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हो रही है. लोगों को पूजा-अर्चना करने में दिक्कत हो रही है.

munger
पूजा कर लौटती महिला

प्रशासन बेसुध
बाढ़ का पानी मंदिर में घुस जाने के कारण मंदिर का मेन गेट को बंद कर दिया गया है. पानी बढ़ जाने से लोगों को अब डर बैठ गया है. वहीं, आसपास के लोगों ने बाढ़ के पानी की बढ़ोतरी को लेकर चिंता व्यक्त की है. साथ ही प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.

मंदिर में घुसा बाढ़ का पानी

क्या है पुजारियों का कहना ?
मंदिर के पुजारियों की माने तो मुंगेर में बढ़ रहे गंगा का जलस्तर में तब तक वृद्धि जारी रहेगी जब तक गंगा मां सती के पैर नही छू लेती. उन्होंने कहा कि मां के पैर तक पानी पहुंचते ही गंगा का पानी धीरे-धीरे कम होने लगता है. पुजारी अनिल महाराज ने कहा कि यहां हर साल बाढ़ का पानी इसी तरह बढ़ता है. वहीं, उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां कोई अब तक सुध लेने तक नहीं आया है.

मुंगेर: बिहार में बाढ़ से लोगों को अब तक निजात नहीं मिला है. बाढ़ का पानी बढ़ने का कारण लोगों की समस्याएं बढ़ती जा रही है. ताजा मामला यहां के शक्तिीठ मंदिर का है. बाढ़ का पानी इस मंदिर में घुस गया है. जिससे श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हो रही है. लोगों को पूजा-अर्चना करने में दिक्कत हो रही है.

munger
पूजा कर लौटती महिला

प्रशासन बेसुध
बाढ़ का पानी मंदिर में घुस जाने के कारण मंदिर का मेन गेट को बंद कर दिया गया है. पानी बढ़ जाने से लोगों को अब डर बैठ गया है. वहीं, आसपास के लोगों ने बाढ़ के पानी की बढ़ोतरी को लेकर चिंता व्यक्त की है. साथ ही प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है.

मंदिर में घुसा बाढ़ का पानी

क्या है पुजारियों का कहना ?
मंदिर के पुजारियों की माने तो मुंगेर में बढ़ रहे गंगा का जलस्तर में तब तक वृद्धि जारी रहेगी जब तक गंगा मां सती के पैर नही छू लेती. उन्होंने कहा कि मां के पैर तक पानी पहुंचते ही गंगा का पानी धीरे-धीरे कम होने लगता है. पुजारी अनिल महाराज ने कहा कि यहां हर साल बाढ़ का पानी इसी तरह बढ़ता है. वहीं, उन्होंने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां कोई अब तक सुध लेने तक नहीं आया है.

Intro:मुगेंर - भारत के 52 शक्तिपीठों में से एक मुगेंर का विश्व प्रसिद्ध चंडिका स्थान जहां मां सती का बायां नेत्र गिरा था। वहां भी बाढ़ का पानी घुस जाने के कारण सुरक्षा के दृष्टिकोण से मंदिर परिसर का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया है।Body:जिले में लगातार गंगा जलस्तर में प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है। बढ़ते जलस्तर को लेकर और संभावित बाढ़ को देखते हुए जंहा एक ओर जिला प्रशासन पूरी तैयारी में जुट गयी है, वही गंगा का पानी निचले इलाके समेत दियारा इलाको के गांव तक पहुंच गया है। देश के 52 शक्तिपीठ में एक मुगेंर के चंडिका स्थान स्थित गर्भगृह में बाढ़ का पानी फैलने से श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना करने में काफी परेशानियों सामना करना पड़ रहा है। माता के गर्भ गृह तक बाढ़ का पानी फैलने से श्रद्धालु पानी में डुब कर पूजा-अर्चना कर रहे है। मंदिर के पुजारियों की माने तो मुगेंर में बढ़ रहे गंगा के जलस्तर में तब तक वृद्धि जारी रहेगी जब तक गंगा मां सती के पैर नही छु लेती है। मां के पैर तक पानी पहुंचते ही गंगा का पानी धीरे-धीरे कम होने लगता है। ऐसी मान्यता है कि पिछले कई वर्षो से गंगा जब तक मां चंडिका के पैर नही धोती तब तक वो अनवरत बढ़ती रहती है। बाढ़ का पानी मंदिर परिसर में फैलने से लोगों को पूजा-अर्चना करने में दिक्कतें हो रही है। चंडिका स्थान के पुजारी अनिल महाराज ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल अब तक नहीं की है। साथ ही कहा की अगर बाढ़ के पानी की वृद्धि का यही रफ्तार रहा तो माँ चंडिका का पट बंद करना होगा।
बाइट- अनिल महाराज , पुजारी ।Conclusion:
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