मुंगेरः देश में लॉकडाउन का दूसरा महीना बीतने को है. प्रवासी मजदूरों के घर आने का सिलसिला जारी है. मुंगेर के 58 वर्षीय चंचल साहनी बदायूं उत्तर प्रदेश से अपने घर लौट रहे थे. लेकिन रास्ते में उनकी तबीयत बिगड़ी और मुंगेर आते-आते बस पर ही उनकी मौत हो गई.
बदायूं से आया था प्रवासियों का जत्था
मुंगेर के हेमजापुर थाना क्षेत्र के बाहा चौकी सीमा चेक पोस्ट पर एक बड़ी बस बदायूं के प्रवासियों को लेकर पहुंची. उस बस में 1 प्रवासी की मौत हो चुकी थी. बस में उनके 27 साथी भी मौजूद थे. प्रवासी मजदूर मुंगेर के कासिम बाजार थाना क्षेत्र के लल्लू पोखर निवासी 58 वर्षीय चंचल साहनी था.
'पैदल ही निकल पड़े थे घर'
मृतक के साथी महेंद्र साहनी ने बताया कि हम लोग बदायूं उत्तर प्रदेश में खाना बनाने का काम करते थे. पिछले 2 महीने से काम बंद था. खाने-पीने के लाले पड़ने लगे तो हम लोग पैदल ही निकल पड़े. कुछ दूर जाने पर पुलिस वालों ने ट्रक पर चढ़ा दिया. बिहार सीमा आने पर हमें कैमूर में पुलिस ने बस पर बिठाकर मुंगेर जिला भेज दिया. लेकिन रास्ते में ही हमारे साथी की तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई.
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कोरोना से मौत होने की आशंका
प्रवासी मजदूर की मौत की सूचना के बाद मुंगेर जिला प्रशासन अलर्ट हो गया. चेक पोस्ट पर ही बस को रुकवा दिया गया. उसके अंदर मौजूद सभी 27 लोगों को बस से बाहर नहीं निकलने दिया गया. आनन-फानन में 6 सदस्यीय चिकित्सकों का दल वहां पहुंचा. मृतक के स्वाब का सैंपल जांच के लिए लिया गया. बस में सवार 27 लोगों को कोरेंनटीन में भेज दिया गया.
वहीं, सिविल सर्जन पुरुषोत्तम कुमार ने बताया कि कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया है. हम लोगों ने एहतियातन जांच कराया है. मृतक की रिपोर्ट पॉजेटिव आती है तो, इनके अन्य साथियों की भी जांच की जाएगी. वहीं, प्रवासी के आकस्मिक निधन के बाद उनके परिवार में शोक की लहर है.