मुंगेर: प्राथमिक विद्यालय अनुसूचित जाति टोला धोबई को मध्य विद्यालय में सामंजन करने के विरोध में छात्र-छात्राओं सहित उनके अभिभावकों ने बीडीओ कार्यालय का घेराव कर हंगामा किया. छात्र-छात्राओं सहित अभिभावकों ने विद्यालय को पुराने स्थान मतलब सामुदायिक भवन में चलाने की मांग की है.
गैर अनुसूचित जाति करते है दुर्व्यवहार
इस संदर्भ में अंचल अधिकारी के स्तर पर सन 2012 में ही विद्यालय भवन निर्माण के लिए भूमि का अनापत्ति प्रमाण पत्र भेज दिया गया था. विभाग की कमजोरी के कारण विद्यालय भवन नहीं बन सका. ग्रामीणों का आरोप है कि हरिजन मध्य विद्यालय धोबई में गैर अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है. इसलिए हम उन्हें मध्य विद्यालय धोबई विद्यालय में पढ़ने के लिए नहीं भेजेंगे.
इसलिए किया गया विद्यालय शिफ्ट
इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तारापुर की ओर से भी प्राथमिक विद्यालय अनुसूचित जाति टोला धोबई के प्रधान शिक्षक को पत्र भेजकर आदेशित किया गया था कि जिला पदाधिकारी मुंगेर के निर्देशानुसार मूलभूत सुविधा विहीन विद्यालयों को सुचारू रूप से संचालन हेतु नजदीकी विद्यालयों में शिफ्ट कर दिया जाए. इसलिए प्राथमिक विद्यालय अनुसूचित जाति टोला धोबई को मध्य विद्यालय धोबई तारापुर में शिफ्ट किया गया है.
प्रखंड विकास पदाधिकारी ने दिया आश्वासन
प्रखंड विकास पदाधिकारी श्याम कुमार ने अभिभावकों को आश्वस्त किया कि विद्यालय तत्काल जहां चल रहा है वही चलेगा. उन्होने कहा कि इस संबंध में वरीय अधिकारी को उनकी ओर से प्रतिवेदन भेज दिया जाएगा. छात्र छात्राओं के अभिभावकों का कहना है की इसके पहले भी 4 सितंबर 2013 में इस विद्यालय को मध्य विद्यालय धोबई में शिफ्ट किया गया था. लेकिन ग्रामीणों ने मिलकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी से मांग की तो वर्तमान स्थान सामुदायिक भवन अनुसूचित टोला धोबई में ही विद्यालय चलाने की अनुमति मिल गई.