मुंगेर: जिले में विधानसभा चुनाव 2020 में नामांकन प्रक्रिया में नाम वापसी के बाद 59 उम्मीदवार चुनाव लडे़गें. जिले में 28 अक्टूबर को वोट डाला जाएगा, जिसे लेकर सभी तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई है. वहीं जिले के 1,402 बूथ के प्रत्येक विधानसभा में 10 पिंक बूथ बनाए जाएंगे.
संवाददाता सम्मेलन का आयजोन
डीएम राजेश मीना और एसपी लिपि सिंह ने नाम वापसी के बाद समाहरणालय सभाकक्ष में संवाददाता सम्मेलन का आयजोन किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव में नक्सल प्रभावित एरिया में चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती है. इस चुनौती से निपटने के लिए मुंगेर जिला प्रशासन ने प्लान तैयाार कर लिया है. जिले के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित 14 बूथों को शिफ्ट कर दिया गया है. इसके साथ ही सुरक्षाकर्मियों की तैनाती को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
नाम वापसी के बाद मैदान में प्रत्याशी
जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश मीणा और एसपी लिपि सिंह ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता की. इस दौरान डीएम राजेश मीणा ने बताया कि नाम वापसी की निर्धारित समय सीमा समाप्त होने के बाद अब तारापुर विधानसभा से 25, मुंगेर विधानसभा से 15 और जमालपुर विधानसभा क्षेत्र से कुल 19 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
बनाए जाएंगे 10 पिंक बूथ
डीएम ने बताया कि इस बार जिले के हर विधानसभा क्षेत्र में 10 पिंक बूथ होंगे. इन बूथों पर महिला कर्मचारी ही होंगी, जबकि 468 बूथ पर मिश्रित पोलिंग पार्टी होंगी. इसके अलावा हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक बूथ पर दिव्यांग मतदान कर्मी शामिल होंगे. प्रत्येक बूथ पर महिला सुरक्षाकर्मियों की भी ड्यूटी रहेगी.
सेक्टर मजिस्ट्रेट और पीसीसीपी पार्टी की रहेगी तैनात
एसपी लिपि सिंह ने बताया कि चुनाव को शांतिपूर्ण तथा भयमुक्त माहौल में संपन्न कराने के लिए जिले में 119 सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. तारपुर में 40, मुंगेर में 38 और जमालपुर में 41 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं. इसी प्रकार तीनों विधानसभा क्षेत्र में मिलाकर कुल 482 पैट्रोलिंग कम कलेक्टिंग पार्टी (पीसीसीपी) पार्टी की तैनाती की गई है. इसमें तारापुर में 172, मुंगेर में 151 और जमालपुर में 159 पीसीसीपी पार्टी शामिल हैं.
कुल 1402 में से 276 मतदान केन्द्र नक्सल प्रभावित
जिले में कुल 1402 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें से तारापुर विधानसभा में 451 मतदान केंद्र में से 220 सामान्य, 132 क्रिटिकल तथा 99 नक्सल प्रभावित बूथ शामिल हैं. इसी प्रकार मुंगेर विधानसभा के कुल 493 बूथ में से 318 सामान्य, 139 क्रिटिकल और 36 नक्सल प्रभावित बूथ हैं, जबकि जमालपुर विधानसभा के कुल 458 बूथ में से 227 सामान्य है. वहीं 60 क्रिटिकल और 171 बूथ नक्सल प्रभावित हैं. इनमें से तारापुर के विधानसभा के 8 और जमालपुर विधानसभा के 6 घोर नक्सल प्रभावित बूथों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है. मुंगेर विधानसभा स्थित गंगा पार 59 बूथों पर सभी प्रकार की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए जिला प्रशासन काम कर रहा है, जिससे मतदान में किसी प्रकार की परेशानी न हो.
मुंगेर: नाम वापसी के बाद चुनावी मैदान में 59 उम्मीदवार, 1402 बूथों पर डाले जाएंगे वोट
जिले में विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर नामांकन प्रक्रिया में नाम वापसी के बाद 59 उम्मीदवार चुनावी मैदान में जंग लड़ेंगे. वहीं डीएम ने बताया कि इस बार जिले के हर विधानसभा क्षेत्र में 10 पिंक बूथ होंगे.
मुंगेर: जिले में विधानसभा चुनाव 2020 में नामांकन प्रक्रिया में नाम वापसी के बाद 59 उम्मीदवार चुनाव लडे़गें. जिले में 28 अक्टूबर को वोट डाला जाएगा, जिसे लेकर सभी तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई है. वहीं जिले के 1,402 बूथ के प्रत्येक विधानसभा में 10 पिंक बूथ बनाए जाएंगे.
संवाददाता सम्मेलन का आयजोन
डीएम राजेश मीना और एसपी लिपि सिंह ने नाम वापसी के बाद समाहरणालय सभाकक्ष में संवाददाता सम्मेलन का आयजोन किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव में नक्सल प्रभावित एरिया में चुनाव कराना एक बड़ी चुनौती है. इस चुनौती से निपटने के लिए मुंगेर जिला प्रशासन ने प्लान तैयाार कर लिया है. जिले के सर्वाधिक नक्सल प्रभावित 14 बूथों को शिफ्ट कर दिया गया है. इसके साथ ही सुरक्षाकर्मियों की तैनाती को लेकर भी आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
नाम वापसी के बाद मैदान में प्रत्याशी
जिला निर्वाचन अधिकारी राजेश मीणा और एसपी लिपि सिंह ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता की. इस दौरान डीएम राजेश मीणा ने बताया कि नाम वापसी की निर्धारित समय सीमा समाप्त होने के बाद अब तारापुर विधानसभा से 25, मुंगेर विधानसभा से 15 और जमालपुर विधानसभा क्षेत्र से कुल 19 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं.
बनाए जाएंगे 10 पिंक बूथ
डीएम ने बताया कि इस बार जिले के हर विधानसभा क्षेत्र में 10 पिंक बूथ होंगे. इन बूथों पर महिला कर्मचारी ही होंगी, जबकि 468 बूथ पर मिश्रित पोलिंग पार्टी होंगी. इसके अलावा हर विधानसभा क्षेत्र में एक-एक बूथ पर दिव्यांग मतदान कर्मी शामिल होंगे. प्रत्येक बूथ पर महिला सुरक्षाकर्मियों की भी ड्यूटी रहेगी.
सेक्टर मजिस्ट्रेट और पीसीसीपी पार्टी की रहेगी तैनात
एसपी लिपि सिंह ने बताया कि चुनाव को शांतिपूर्ण तथा भयमुक्त माहौल में संपन्न कराने के लिए जिले में 119 सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. तारपुर में 40, मुंगेर में 38 और जमालपुर में 41 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं. इसी प्रकार तीनों विधानसभा क्षेत्र में मिलाकर कुल 482 पैट्रोलिंग कम कलेक्टिंग पार्टी (पीसीसीपी) पार्टी की तैनाती की गई है. इसमें तारापुर में 172, मुंगेर में 151 और जमालपुर में 159 पीसीसीपी पार्टी शामिल हैं.
कुल 1402 में से 276 मतदान केन्द्र नक्सल प्रभावित
जिले में कुल 1402 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें से तारापुर विधानसभा में 451 मतदान केंद्र में से 220 सामान्य, 132 क्रिटिकल तथा 99 नक्सल प्रभावित बूथ शामिल हैं. इसी प्रकार मुंगेर विधानसभा के कुल 493 बूथ में से 318 सामान्य, 139 क्रिटिकल और 36 नक्सल प्रभावित बूथ हैं, जबकि जमालपुर विधानसभा के कुल 458 बूथ में से 227 सामान्य है. वहीं 60 क्रिटिकल और 171 बूथ नक्सल प्रभावित हैं. इनमें से तारापुर के विधानसभा के 8 और जमालपुर विधानसभा के 6 घोर नक्सल प्रभावित बूथों को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया है. मुंगेर विधानसभा स्थित गंगा पार 59 बूथों पर सभी प्रकार की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए जिला प्रशासन काम कर रहा है, जिससे मतदान में किसी प्रकार की परेशानी न हो.