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गुरु नानक देवजी की जयंती पर कार्यक्रम, श्रद्धालुओं ने कहा- गुरु की कृपा से कोयला भी बन जाता है हीरा

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Published : Nov 18, 2021, 10:00 PM IST

गुरु नानक जी सिख धर्म के संस्थापक और पहले सिख गुरु थे. उनकी जयंती हिंदू कैलेंडर अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के दिन पूरी दुनिया में मनाई जाती है. इस साल उनकी 552वीं जयंती 19 नवंबर को मनाई जा रही है. गुरु नानक देवजी की जयंती (Guru Nanak Dev Jayanti) पर मुंगेर (Munger) में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

गुरु नानक देव जी की जयंती
गुरु नानक देव जी की जयंती

मुंगेर: सिखों के प्रथम गुरु नानक देवजी की जयंती (Guru Nanak Dev Jayanti) पर 19 नवंबर यानी शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी. वहीं, गुरुवार को मुंगेर (Munger) के जमालपुर में उनकी 552वीं जयंती के उपलक्ष्य में श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा में श्रद्धा और विश्वास के साथ समारोह आयोजित किया गया. श्री गुरुग्रंथ साहिब के अखंड पाठ की शुभ समाप्ति की गयी. सुबह से शबद-कीर्तन, प्रवचन व्याख्यान एवं अरदास आरंभ हुआ, जोकि देर शाम तक कार्यक्रम जारी रहा.

ये भी पढ़ें: गुरुनानक जयंती और कार्तिक पूर्णिमा को लेकर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दी बधाई

गुरु के विशाल लंगर में विभिन्न धर्मालंबियों के प्रतिनिधियों ने भारी संख्या में शिरकत की. समारोह की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष परमजीत सिंह ने की. वहीं संचालन समिति सचिव सरदार बलविंदर सिंह अहुवालिया ने किया. समिति के अध्यक्ष परमजीत सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में गुरु नानक जयंती पर नितनेम बड़ी श्रद्धा और उल्लास के साथ प्रारंभ हुआ, जिसमें अखंड पाठ की समाप्ति हुई. उसके बाद अरदास कीर्तन करते हुए शहर के सभी श्रद्धालुओं ने निशान साहब की सेवा बड़े श्रद्धा एवं उल्लास के साथ की.

3 दिनों का कार्यक्रम बड़े श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा. गुरु पर्व के दिन सिख धर्म के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था. गरु नानक देव जी के जन्‍म दिन के अवसर पर इस दिन भजन कीर्तन करने की परंपरा है. इन दिनों गुरु द्वारे में खास रौनक देखने को मिलती है और घर-घर सिख वाहेगुरु का जाप करते हैं. मुख्य कार्यक्रम आगामी 20 नवंबर को सुबह 10 बजे से गुरुद्वारा में होगा.

ये भी पढ़ें: प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट से गुलजार हुआ पटना, राजधानी जलाशय में अद्भुत नजारा

552वां प्रकाशोत्सव पर तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के हजूरी रागी जत्था भाई जगत सिंह जी का आगमन जमालपुर हुआ. भाई जगत सिंह जी ने नानक प्रगटिया-मिटी धुंध जग चानण होआ एवं एको है भाई एको है साहिब मेरा एको है तथा नानक नाम जहाज है सो चढ़े सो उतरे पार जैसे भजनों एवं व्याखानों से वातावरण भक्तिमय कर दिया है. हर भजन पर बोले सो निहाल सतश्री अकाल नारा लगाकर अपनी श्रद्धा व विश्वास की हाजरी लगायी.

मुंगेर: सिखों के प्रथम गुरु नानक देवजी की जयंती (Guru Nanak Dev Jayanti) पर 19 नवंबर यानी शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिमा मनाई जाएगी. वहीं, गुरुवार को मुंगेर (Munger) के जमालपुर में उनकी 552वीं जयंती के उपलक्ष्य में श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा में श्रद्धा और विश्वास के साथ समारोह आयोजित किया गया. श्री गुरुग्रंथ साहिब के अखंड पाठ की शुभ समाप्ति की गयी. सुबह से शबद-कीर्तन, प्रवचन व्याख्यान एवं अरदास आरंभ हुआ, जोकि देर शाम तक कार्यक्रम जारी रहा.

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गुरु के विशाल लंगर में विभिन्न धर्मालंबियों के प्रतिनिधियों ने भारी संख्या में शिरकत की. समारोह की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष परमजीत सिंह ने की. वहीं संचालन समिति सचिव सरदार बलविंदर सिंह अहुवालिया ने किया. समिति के अध्यक्ष परमजीत सिंह ने बताया कि गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा में गुरु नानक जयंती पर नितनेम बड़ी श्रद्धा और उल्लास के साथ प्रारंभ हुआ, जिसमें अखंड पाठ की समाप्ति हुई. उसके बाद अरदास कीर्तन करते हुए शहर के सभी श्रद्धालुओं ने निशान साहब की सेवा बड़े श्रद्धा एवं उल्लास के साथ की.

3 दिनों का कार्यक्रम बड़े श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा. गुरु पर्व के दिन सिख धर्म के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी का जन्म हुआ था. गरु नानक देव जी के जन्‍म दिन के अवसर पर इस दिन भजन कीर्तन करने की परंपरा है. इन दिनों गुरु द्वारे में खास रौनक देखने को मिलती है और घर-घर सिख वाहेगुरु का जाप करते हैं. मुख्य कार्यक्रम आगामी 20 नवंबर को सुबह 10 बजे से गुरुद्वारा में होगा.

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