मुंगेर: कोरोना को लेकर मुंगेर में अगले 15 दिन के लिए अलर्ट जारी किया गया है. जगह-जगह कोरोना जांच केंद्र बनाए गए हैं. सिविल सर्जन पुरुषोत्तम कुमार ने कहा कि कोरोना के मरीज अगर बढ़ते हैं तो इसके लिए पहले से चल रहे आइसोलेशन वार्ड को तैयार किया गया है. अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है.
पुरुषोत्तम ने बताया कि छठ पूजा के चलते आने वाले 15 दिनों तक खतरा बढ़ सकता है. इसके लिए जांच अभियान तेज कर जांच की संख्या में भी इजाफा किया गया है. 30 टीम को कोरोना जांच के लिए लगाया गया है. सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का प्रयोग करें. जाड़े का मौसम है, कोरोना का कहर बिहार में एक बार फिर बढ़ सकता है. बिहार में कोरोना का पहला मरीज मुंगेर में ही मिला था. ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में कहीं मुंगेर न आ जाए इसके लिए स्वास्थ विभाग ने अलर्ट जारी किया है. जगह-जगह जांच केंद्र बनाए गए हैं. आइसोलेशन वार्ड की सफाई की जा रही है.
यह है तैयारी
जिले में दोबारा कोरोना अपना पांव न फैलाए इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. मुंगेर स्वास्थ्य विभाग के सिविल सर्जन ने बताया कि कोरोना पीड़ित मरीज मिलने के बाद उनके संपर्क में आए लोगों की कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है. संपर्क में आए लोगों की भी जांच की जा रही है. प्रतिदिन जांच की संख्या बढ़ाई गई है. पहले जहां रोज 15 सौ जांच होते थे अब 3 हजार संदिग्ध की जांच की जाएगी.
पर्व के दौरान नहीं हुआ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
सीएस ने बताया कि दुर्गा पूजा, चुनाव, दीपावली, काली पूजा और छठ पूजा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हुआ है. छठ पूजा में बड़े पैमाने पर लोग बिना मास्क के ही घर से बाहर निकले. सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन ना के बराबर हुआ. ऐसे में खतरा बढ़ सकता है. आने वाले 15 दिन मुश्किलों से भरे हो सकते हैं. अगर 15 दिनों में कोरोना पीड़ितों की संख्या में इजाफा नहीं होता है तो राहत वाली बात होगी.
पिछले 1 महीने से 5 से 10 मरीज औसतन प्रतिदिन मिल रहे हैं. यह रफ्तार सामान्य होने की स्थिति को बता रहा है. चुनाव और पर्व को लेकर लोगों ने जो असावधानियां की है उसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है.
सिविल सर्जन ने लोगों से अपील की कि आने वाले 15 दिन जरूरी ना हो तो घर से ना निकलें, अगर निकलना पड़े तो मास्क का प्रयोग हमेशा करें. सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन रखें. बराबर हाथ धोते रहें. जब तक दवाई नहीं, तब तक कोई ढिलाई नहीं.