पटना: जिले में मुर्ति विसर्जन के दौरान हुए गोलीकांड मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. जानकारी के अनुसार उपद्रवियों ने पुलिस की गाड़ियां और थाना व चौकियां जलाने के साथ ही सैप जवानों को भगाते हुए उनके सामान भी लूट लिए.
उपद्रवियों ने बैरक में घुसकर 140 कारतूस और चार मैगजीन और रुपये लूट लिए. पुलिस मुख्यालय की मानें तो इस मामले की जांच हो रही है.
क्या हैे पूरा मामला
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक के शिव शंकर समेत 2 जवान की तैनाती पूरब सराय थाना में है. चुनावी ड्यूटी से लौटने के बाद वह बैरक में आराम कर रहे थे. इसी दौरान अचानक हजारों की संख्या में उग्र भीड़ ने थाने और बैरक पर हमला कर दिया था. इसके बाद पूरे थाने और कैंपस में तोड़फोड़ की गई. बैरक के अंदर मौजूद सैफ के दो जवान अपनी जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए. वहीं, उपद्रवियों ने मौका को देखते हुए लूटपाट की घटना को अंजाम दिया.
बिहार पुलिस मुख्यालय का कहना है कि इस मामले में डीआईजी के आदेश के बाद पूरे मामले की जांच चल रही है. जांच के बाद ही कुछ कह पाना मुमकिन होगा. मुंगेर के तत्कालीन एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने इस घटना की पुष्टि की है.
चुनाव आयोग ने की त्वरित कार्रवाई
बता दें कि 26 अक्टूबर को दुर्गा पूजा के विसर्जन के दौरान श्रद्धालुओं पर पुलिस द्वारा लाठी और गोली चलाई गई थी. जिसमें एक की मौत हो गई थी. इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने मुंगेर के थाने चौकी पर हमला बोल दिया था. इस घटना की सूचना पर चुनाव आयोग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वहां के डीएम और एसपी को तत्कालीन पद से हटाते हुए नए डीएम और एसपी की प्रतिनियुक्ति की थी. मुंगेर गोलीकांड मामले की जांच मगध प्रमंडलीय आयुक्त कर रहे हैं. उन्हें 1 हफ्ते के अंदर जांच रिपोर्ट सोपने का आदेश दिया गया है.