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मधुबनी: पानी नहीं मिलने से रोजेदारों को हो रही परेशानी - पानी नहीं

नगर परिषद के अधिकांश चापाकलों से पानी आना बंद हो गया है. वार्ड संख्या 28, 29 और जलधारी चौक के साथ ही दूसरे इलाकों में भी पानी की किल्लत की वजह से लोगों का जीना दूभर हो गया है.

चापाकल सूखा
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Published : May 20, 2019, 2:50 PM IST

मधुबनी: जिले में इन दिनों गर्मी का प्रकोप चरम पर है. ऐसे में पानी की किल्लत से आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित है. बेहाल लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं. इस उमस भरी गर्मी में नल, चापाकल, बोरिंग सब फेल है. जिले के ज्यादातर चापाकल बेकार पड़े हैं.

मधुबनी नगर परिषद के अधिकांश चापाकलों से पानी आना बंद हो गया है. वार्ड संख्या 28 , 29 औरर जलधारीचौक सहित कई जगहों पर लोगों का जीना दूभर हो गया है. रमजान का पवित्र महीना चल रहा है. ऐसे में मुस्लिम परिवारों को ज्यादा मुसीबत हो गई है. ऐसे में लोग अपने आस-पड़ोस के घरों से पीने का पानी लेते हैं या फिर उन्हें खरीदकर पानी पीना पड़ रहा है.

पानी की किल्लत से परेशान लोग

सुबह 3 बजे से पानी के लिए लगती है लाइन

रोजेदारों का कहना है कि नहाने के लिए तो तालाब सहारा बन रहा है, लेकिन पीने का पानी मिलना मुश्किल हो रहा है. नगर परिषद और पीएचईडी विभाग उदासीन है. लोगों की परेशानियों से उन्हें जैसे कोई मतलब नहीं. सूत्रों की मानें तो पीएचईडी विभाग बरसात आने के इंतजार में हैं. इस बीच पानी का स्तर काफी घट गया है. ऐसे में लोगों ने पानी के लिए सुबह 3 बजे उठकर लाइन लगना पड़ता है.

मधुबनी: जिले में इन दिनों गर्मी का प्रकोप चरम पर है. ऐसे में पानी की किल्लत से आम जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित है. बेहाल लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं. इस उमस भरी गर्मी में नल, चापाकल, बोरिंग सब फेल है. जिले के ज्यादातर चापाकल बेकार पड़े हैं.

मधुबनी नगर परिषद के अधिकांश चापाकलों से पानी आना बंद हो गया है. वार्ड संख्या 28 , 29 औरर जलधारीचौक सहित कई जगहों पर लोगों का जीना दूभर हो गया है. रमजान का पवित्र महीना चल रहा है. ऐसे में मुस्लिम परिवारों को ज्यादा मुसीबत हो गई है. ऐसे में लोग अपने आस-पड़ोस के घरों से पीने का पानी लेते हैं या फिर उन्हें खरीदकर पानी पीना पड़ रहा है.

पानी की किल्लत से परेशान लोग

सुबह 3 बजे से पानी के लिए लगती है लाइन

रोजेदारों का कहना है कि नहाने के लिए तो तालाब सहारा बन रहा है, लेकिन पीने का पानी मिलना मुश्किल हो रहा है. नगर परिषद और पीएचईडी विभाग उदासीन है. लोगों की परेशानियों से उन्हें जैसे कोई मतलब नहीं. सूत्रों की मानें तो पीएचईडी विभाग बरसात आने के इंतजार में हैं. इस बीच पानी का स्तर काफी घट गया है. ऐसे में लोगों ने पानी के लिए सुबह 3 बजे उठकर लाइन लगना पड़ता है.

Intro:मधुबनी
भीषण गर्मी से लोगों का गला सूख रहा है और पानी की किल्लत हो गया है। इस चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से आम जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है । बेहाल लोग एक एक बूंद पानी पीने के लिए तरस रहे हैं। इस उमस भरी गर्मी में नल और चापाकल हाथी का दांत के समान साबित हो रहा है ।यह चापाकल अब शोभा की विषय वस्तु बनकर रह गई है। जी हां हम बात कर रहे हैं मधुबनी की। मधुबनी नगर परिषद की अधिकांश चापाकल से पानी आना बंद हो गया है।वार्ड 2 ,वार्ड 28, 29,जलदारीचौक,आदि जगहों पर लोगों का जीना दूभर हो गया है ।रमजान का पवित्र महीना चल रहा है खासकर मुस्लिम परिवारों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अपने आस-पड़ोस के घरों से पीने का पानी और डब्बावाला पानी खरीद कर लो पीने को मजबूर हो रहे हैं। नहाने के लिए लोग तालाब का सहारा ले रहे हैं लेकिन नगर परिषद और पीएचडी विभाग कुंभकर्ण की निद्रा में सोए हुए हैं। पानी का जलस्तर काफी घट गया है ।सूत्रों की माने तो पीएचइडी विभाग बरसात आने के इंतजार में हैं लेकिन यहां लोगों का जीना मुश्किल है। जल धारी चौक के निवासी खुर्शीद आलम मोहम्मद इस्लाम मोहम्मद फरहान ने बताया कि 3:00 बजे सुबह में उठकर पानी के लिए लाइन लगाना पड़ता है अपने घर से काफी दूर जलधारी चौक के पास जाकर पानी लाना पड़ता है जबकि हमारे यहां 2चापाकल है दोनों से पानी आना बंद हो गया है ₹20 डिब्बे के हिसाब से पानी खरीदकर पीना पड़ता है लेकिन अभी तक पीएचईडी के अधिकारी या नगर परिषद के अधिकारी नहीं आए हैं।
बाइट ख़ुर्शीद आलम
बाइट स्तानीय निवासी
राज कुमार झा,मधुबनी


Body:मधुबनी


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