मधुबनी: अन्य राज्यों से बिहार लौटे प्रवासी मजदूरों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है, लेकिन क्वॉरेंटाइन कैंप इन प्रवासियों को मूलभूत सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है. जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के सिबौल उच्च विद्यालय में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर में एक प्रवासी मजदूर दर्द से तड़पता रहा, लेकिन कोई उसका हाल पूछने नहीं आया.

मजदूर ने किया वीडियो वायरल
प्रवासी मजदूर ने इस घटना का वीडियो वायरल किया है. क्वॉरेंटाइन में ठहरे प्रवासियों ने बताया कि यहां किसी भी प्रकार की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है. विद्यालय के अर्द्धनिर्मित फर्श पर ही मजदूर सोने को विवश हैं. वहीं, खंगरैठा उच्च विद्यालय और भोज पंडोल पंचायत के कमला बाड़ी विद्यालय में बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर का भी यही हाल है.
मुखिया ने नहीं सुनी बात
प्रवासी मजदूरों के द्वारा जब मुखिया से इसकी शिकायत की गई तो मुखिया जी ने उल्टे प्रवासियों को ही डांट-फटकार कर भगा दिया. बता दें कि सरकार की तरफ से सख्त निर्देश है कि प्रवासी लोगों की देखरेख में कोताही न बरती जाए. फिर भी जिले के कई क्वॉरेंटाइन सेंटर का हाल बेहाल है.