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मधुबनी: 5 दिवसीय बकरी पालन प्रशिक्षण का आयोजन - बकरी पालन प्रशिक्षण

मधुबनी में बकरी पालन को लेकर किसानों के लिए 5 दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में बकरी पालन ने देश के विभिन्न प्रांतों में व्यवसाय का रूप ले लिया है.

training for farmers in madhubani
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Published : Jan 17, 2021, 2:21 PM IST

मधुबनी: कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण आत्मा मधुबनी के द्वारा पांच दिवसीय व्यवसायिक बकरी पालन के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी-सह-परियोजना निदेशक आत्मा के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया.

"लोग बकरी दुध और मांस के लिए पालते हैं. बकरी पालन का एक लाभकारी पहलू यह भी है कि इसे आसानी से पाल सकते हैं. वर्तमान में बकरी पालन ने देश के विभिन्न प्रांतों में व्यवसाय का रूप ले लिया है. बकरियों की संख्या में निरंतर वृद्धि इनके सामाजिक और आर्थिक महत्व को दर्शाता है"- जिला कृषि पदाधिकारी

"बकरी पालन से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या को आप हम सबों के बीच रखकर उसका समाधान पा सकते हैं.. बकरी पालन समेकित कृषि प्रणाली का एक अवयव है. किसान अपनी आमदनी में कम समय में वृद्धि कर सकते हैं और अपनी आजीविका में बदलाव ला सकते हैं. बकरी पालन को एक व्यवसाय के रूप में करके किसान अपनी स्थिति में सुधार ला सकते हैं"- संतोष कुमार, प्रशिक्षक

ये भी पढ़ें: केंद्रीय निर्वाचन आयोग की टीम में बिहार के 2 अधिकारी शामिल, 5 राज्यों के चुनाव में करेंगे सहयोग

कई कर्मी रहे मौजूद
प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण प्रमोद सहनी, सहायक निदेशक, कृषि अभियंत्रण, दिलीप कुमार शर्मा और अन्य कर्मी उपस्थित रहे.

मधुबनी: कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण आत्मा मधुबनी के द्वारा पांच दिवसीय व्यवसायिक बकरी पालन के प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जिला कृषि पदाधिकारी-सह-परियोजना निदेशक आत्मा के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया.

"लोग बकरी दुध और मांस के लिए पालते हैं. बकरी पालन का एक लाभकारी पहलू यह भी है कि इसे आसानी से पाल सकते हैं. वर्तमान में बकरी पालन ने देश के विभिन्न प्रांतों में व्यवसाय का रूप ले लिया है. बकरियों की संख्या में निरंतर वृद्धि इनके सामाजिक और आर्थिक महत्व को दर्शाता है"- जिला कृषि पदाधिकारी

"बकरी पालन से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या को आप हम सबों के बीच रखकर उसका समाधान पा सकते हैं.. बकरी पालन समेकित कृषि प्रणाली का एक अवयव है. किसान अपनी आमदनी में कम समय में वृद्धि कर सकते हैं और अपनी आजीविका में बदलाव ला सकते हैं. बकरी पालन को एक व्यवसाय के रूप में करके किसान अपनी स्थिति में सुधार ला सकते हैं"- संतोष कुमार, प्रशिक्षक

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कई कर्मी रहे मौजूद
प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण प्रमोद सहनी, सहायक निदेशक, कृषि अभियंत्रण, दिलीप कुमार शर्मा और अन्य कर्मी उपस्थित रहे.

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