मधुबनी: जिले के कमला बलान नदी का पश्चिमी तटबंध नरुआर गांव के समीप टूट गया है. बांध के टूटते ही नरुआर गांव टापू में तब्दील हो गया. वहीं, दर्जनों घर और मवेशी नदी की तेज धार में बह गये हैं. सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं.
उफनाई नदी के कारण बांध के टूटने के बाद गांव का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इस जल प्रलय से बचने के लिए लोगों ने मकानों की छत का सहारा लिया. वहीं, कुछ कच्चे और जर्जर मकान इस नदी की चपेट में आकर बह गए. बचाव कार्य नहीं होने से लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला.
देर रात टूटा बांध
देर रात बांध टूटने के बाद प्रशासन का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा और ना ही कोई राहत बचाव कार्य किया गया. इसको लेकर लोग काफी आक्रोशित दिखाई दिये. वहीं, लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई.
एसडीआरएफ की टीम पहुंची
दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में
नरुआर, सर्व सीमा , महिनाथपुर, लोहनाउतरी, रखवारी गोपालखा, बाबूबरही सहित दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. लोग त्राहिमाम-त्रहिमाम कर रहे हैं. इस बाबत जिलाधिकारी ने बताया कि पूरे जिले में 30 से 35 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हैं, जिन्हें एसडीआरएफ की टीम के मदद से सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है.