मधुबनी: बिहार के मधुबनी जिले में होली के दिन पांच लोगों की हत्या के मामले में अब सियासत उबाल पर है. बिहार विधनसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव मंगलवार को पीड़ित परिवार से मुलााकत की और उन्हें सांत्वना दी. तेजस्वी ने इस घटना को सत्ता संरक्षित और प्रायोजित बताया है.
पीड़ित परिवार से मिलने के बाद तेजस्वी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए सवालिया लहजे में कहा कि इस मामले में एक भी नामजद आरोपी की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई. उन्होंने कहा, "इस घटना के एक सप्ताह के बाद भी पुलिस प्रशासन और सरकार सोई हुई है. पुलिस दोषियों को गिरफ्तार करने की बजाय उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही है.
उन्होंने आगे कहा, पुलिस ने होली के दिन भी फोन नहीं उठाया, पीड़ित परिवार को सुरक्षा नहीं मिली. एक ही परिवार में 3 महिलाएं विधवा हो गई. पुलिस आरोपी प्रवीण झा को खुद नेपाल छोड़ कर आई है. सिर्फ कुर्की की जा रही है. मुख्यमंत्री को पीड़ित परिवार से मिलकर आंसू पोंछने चाहिए, सांत्वना देनी चाहिए.''
'गांव में डर का माहौल'
तेजस्वी यादव ने कहा, '' ये नरसंहार है, मैं पीड़ित परिवार की बातें सुनकर हैरान हूं कि घटना कैसे हुई? पूरे गांव में डर का माहौल है, हत्या के बाद भी शरीर को काटा गया. इस नरसंहार में बड़े-बड़े लोगों का हाथ है, रावण सेना चलाने वाले प्रवीण झा को पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा का संरक्षण मिला हुआ है. यहां जितने भी पुलिस अधिकारी हैं, आरोपी प्रवीण झा की सबसे बनती है. लोग कहते थे कि पुलिस नेपाल से पकड़कर लाते हैं लेकिन नीतीश कुमार की पुलिस प्रवीण झा को नेपाल छोड़कर आई है. यहां न्याय के साथ विकास नहीं अन्याय के साथ विनाश हो रहा है.''
बीजेपी नेता पर आरोप लगाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, '' इस हत्याकांड में BJP विधायक और पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा की संलिप्तता है, घटना से एक दिन पहले उन्होंने आरोपियों के साथ मीटिंग की है. ये कुशासन है, जहां रावण सेना को संरक्षण दिया जा रहा है. ये विवाद काफी समय से चल रहा है. जो ये संगठन चलाता है, उसपर कई मामले दर्ज हैं. जो जांच कर रहा है, आरोपियों को उसी का संरक्षण मिला हुआ है.''
''प्रदेश का दुर्भाग्य है कि ऐसी दर्दनाक घटना के बाद भी मुख्यमंत्री को घटना के बारे में पता ही नहीं होता. उन्होंने इस घटना पर कोई शोक संवेदना और खेद तक प्रकट नहीं किया.'' - तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
विशेष जांच दल का गठन क्यों नहीं : तेजस्वी
तेजस्वी ने सवाल पूछा, "सत्ता संरक्षण में हुए इस नरसंहार में अगर किसी विधायक, मंत्री तथा उनकी किसी सेना की कोई संलिप्तता नहीं है तो मुख्यमंत्री किसी उच्च अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन क्यों नहीं करते? मुख्यमंत्री को अविलंब जांच दल का गठन करना चाहिए."
'नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा'
तेजस्वी ने कहा कि अपराधी का कोई जाति-धर्म नहीं होता. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा. वे थक चुके हैं और अब हार कर अपमानित होकर भी मुख्यमंत्री बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में सुशासन नहीं 'राक्षस राज' आ गया है.
पीड़ित परिवार अनशन पर
हालांकि इस बीच, तेजस्वी यादव के लौटने के बाद पीड़ित परिवार अनशन पर बैठ गया. परिवार के सदस्यों ने सरकार को ये चेतावनी दी कि अगर 4 दिनों के भीतर अभियुक्तों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे मुख्यमंत्री आवास के पास आत्मदाह कर लेंगे.
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क्या है मधुबनी गोलीकांड?
बता दें कि मधुबनी के बेनीपट्टी थाना क्षेत्र में होली के दिन यानी 29 मार्च को अंधाधुंध गोलीबारी कर एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में घायल एक व्यक्ति का अभी भी इलाज चल रहा है. विपक्ष इस मामले को लेकर लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहा है.
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